समस्तीपुर : समस्तीपुर जिले में सैकड़ों परिवारों ने सहारा इंडिया में बड़ी उम्मीद के साथ अपने पैसे जमा किए थे, यह सोचकर कि उनका धन दोगुना या तीन गुना होगा. लेकिन अब वे ऑफिस के चक्कर काटकर खाली हाथ लौट रहे हैं. इनमें से एक हैं उर्मिला देवी, जो धमौन गांव की निवासी हैं. उर्मिला ने डेढ़ लाख रुपये सहारा इंडिया में जमा किए थे, यह सोचकर कि इस पैसे से वह एक अच्छा घर बनाएंगी और वृद्धावस्था में उसका इस्तेमाल कर सकेंगी, लेकिन आज उन्हें अपने ही पैसों के लिए आंसू बहाने पड़ रहे हैं. हर बार जब वह ऑफिस जाती हैं, तो उन्हें सिर्फ आश्वासन दिया जाता है कि ‘जब आदेश आएगा, तब आपका पैसा वापस कर दिया जाएगा.’ यह स्थिति उनके लिए अत्यंत निराशाजनक है, और उनकी आंखों में बसी उम्मीद अब दर्द में बदल गई है.
एक-एक रुपया जोड़कर जमा किए 1.5 लाख रुपया
समस्तीपुर जिले के धमौन की रहने वाली उर्मिला देवी ने लोकल 18 से बातचीत में बताया कि पांच साल पहले उन्होंने अपनी मेहनत की कमाई सहारा इंडिया में जमा की थी. उन्हें एजेंट द्वारा बताया गया था कि उनका अमाउंट काफी बढ़ जाएगा, जिससे वह घर के विकास या अन्य आवश्यकताओं के लिए इस्तेमाल कर सकेंगी. एजेंट के झांसे में आकर उन्होंने पैसा तो जमा कर दिया, लेकिन अब उन्हें अपने ही पैसे के लिए भटकना पड़ रहा है.
ऑफिस से मिलता है सिर्फ आश्वासन
उर्मिला ने कहा कि जब वह ऑफिस जाती हैं, तो बताया जाता है कि ‘जब पैसा ऊपर से भेजा जाएगा, तब आपको दे दिया जाएगा. धैर्य रखें.’ उन्होंने अपने सपने को बयां करते हुए कहा कि उनका सपना था कि उनका घर सुंदर हो और वृद्धावस्था में यह पैसा उनके काम आए. लेकिन आज स्थिति यह है कि उन्हें अपने पैसे के लिए लगातार चक्कर लगाने पड़ रहे हैं. आंखों में आंसू लिए उर्मिला कहती हैं, ‘हमारा पैसा हमें समय पर काम नहीं आ रहा है. यह सब हमारे प्रलोभन की वजह से हुआ है. गांव में चर्चा थी कि यहां पैसा रखने पर वह बढ़ जाएगा, लेकिन अब हमें अपने ही पैसे के लिए भटकना पड़ रहा है.’
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FIRST PUBLISHED : October 21, 2024, 19:12 IST