Natural Ways to Reduce Swelling Of Feet While Pregnant: अगर प्रेग्नेंसी के दौरान पैरों की सूजन से परेशान रहती हैं तो आइए जानते हैं नमक के पानी में पैर डुबोकर रखने से गर्भवती महिला को क्या फायदे मिलते हैं।
गले की खराश हो या मुंह के छाले, लोग अकसर नमक के पानी से गरारे करने की सलाह देते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं नमक का पानी ना सिर्फ आपकी ओरल हेल्थ और गले का ध्यान रखता है, बल्कि इस पानी से ली गई फुटबाथ पैरों की सूजन और थकान को भी चुटकियों में दूर कर सकती है। प्रेग्नेंसी के दौरान गर्भवती महिलाएं अकसर फुट पेन की शिकायत करती हैं। ऐसा उनके गर्भ में पल रहे बच्चे के वजन और पैरों में आई सूजन की वजह से हो सकता है। अमेरिकन प्रेग्नेंसी एसोसिएशन के अनुसार, सूजन गर्भावस्था का एक सामान्य हिस्सा है जो अतिरिक्त रक्त और तरल पदार्थ के कारण होता है जो शरीर गर्भ में पल रहे बच्चे की जरूरतों को पूरा करने के लिए पैदा करता है। गर्भावस्था के दौरान पैरों में आने वाली सूजन को विशेषज्ञ एडिमा के नाम से जानते हैं। यूं तो पैरों में सूजन गर्भावस्था के किसी भी चरण में हो सकती है, लेकिन तीसरी तिमाही के दौरान यह गंभीर हो सकती है। अगर आप भी प्रेग्नेंसी के दौरान पैरों की सूजन से परेशान रहती हैं तो आइए जानते हैं नमक के पानी में पैर डुबोकर रखने से गर्भवती महिला को क्या फायदे मिलते हैं।
पैरों के दर्द में कैसे राहत देता है नमक वाले पानी की सिकाई
पानी में नमक मिलाने से इसमें एप्सम साल्ट (मैग्नीशियम सल्फेट) के गुण आ जाते हैं, जो अपने दर्द निवारक गुणों के लिए जाना जाता है। खासतौर पर इसमें मौजूद मैग्नीशियम मांसपेशियों की सूजन को कम करने में मदद करता है। बता दें, मैग्नीशियम सल्फेट को जब गर्म पानी में घोला जाता है, तो यह त्वचा में अवशोषित होकर शरीर में मैग्नीशियम का स्तर बढ़ा देता है। जिससे मांसपेशियों को आराम मिलने, सूजन को कम करने और ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करने में मदद मिलती है। ये सभी कारण पैरों के दर्द के लिए जिम्मेदार माने जाते हैं।
नमक के पानी में पैर डुबोकर रखने से मिलते हैं ये फायदे
डेड स्किन से राहत
नमक के पानी में पैर डुबोकर रखने से पैरों की स्किन के पोर्स साफ होते हैं, जिससे डेड स्किन साफ होती है।
ब्लड सर्कुलेशन
नमक के पानी में पैर डुबोकर रखने से पैरों का ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होता है, जिससे पैर स्वस्थ और पंजे मजबूत बने रहते हैं। बेहतर ब्लड सर्कुलेशन मांसपेशियों को अधिक ऑक्सीजन और पोषक तत्व पहुंचाता है, जिससे दर्द कम होता है। नमक के पानी में पैर डुबोकर रखने से पैर के पंजों और हड्डियों के आसपास का कालापन भी इस पानी में पैर डुबोकर रखने से धीरे-धीरे साफ हो जाता है।
बॉडी डिटॉक्स
गुनगुने पानी में नमक डालकर पैरों भिगोने से पूरा शरीर डिटॉक्स होता है। यह एक तरह से फुट स्पा की तरह काम करता है। बता दें, नमक में मौजूद एंटीवायरल और एंटीबैक्टीरियल गुण स्किन पर मौजूद बैक्टीरिया को नष्ट कर देते हैं।
नींद की समस्या
रात को सोने से पहले अगर गर्भवती महिला अपने पैर 20 मिनट के लिए नमक के पानी में डालकर रखे तो इस उपाय को करने से उसकी नींद ना आने की समस्या दूर हो सकती है। नमक वाला गुनगुना पानी शरीर की थकान को मिटाकर व्यक्ति को रिलैक्स फील करवाता है। जिससे नींद अच्छी आती है।
पैरों के दर्द में आराम
अगर महिला पैरों की नसों में खिंचाव या मांसपेशियों में दर्द महसूस कर रही है तो नमक के पानी की सिंकाई फायदेमंद हो सकती है। नमक में मौजूद दर्द निवारक गुण बॉडी पेन को जड़ से खत्म करने में मदद करते हैं। नमक के पानी से अकड़ी हुई नसें तनावमुक्त होती हैं।