उत्तर प्रदेश के शिक्षित युवाओं के अफसर बनने के सपने को राज्य सरकार का अभ्युदय कोचिंग साकार करने लगा है। मात्र तीन सालों में इन कोचिंगों से निशुल्क शैक्षिक प्रशिक्षण पाकर प्रदेश के 46 युवाओं ने यूपीएससी पास की जबकि 121 युवा पीसीएस अधिकारी बन गए। इसी अवधि में 700 से अधिक युवाओं का नीट, जेईई मेन, एनडीए व सीडीएस आदि में भी चयन हो चुका है। सरकार ने 2021-22 शिक्षित युवाओं को निशुल्क कोचिंग देने के लिए 16 फरवरी 2021 को बसंत पंचमी के दिन मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना की शुरुआत की थी जिसका वर्तमान में प्रदेश के सभी 75 जिलों में कुल 156 केन्द्र हैं। इन कोचिंग केन्द्रों में अब तक 82,209 छात्र-छात्राएं प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं।
दरअसल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रदेश के आर्थिक रूप से कमजोर एवं वंचित वर्ग के छात्र-छात्राओं के लिए यह कोचिंग श्रृंखला शुरू किया था जिसमें विशेषज्ञ शिक्षक इम्पैनल्ड किए गए हैं।
सरकार की निगरानी में होता है संचालन
मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना की मॉनिटरिंग के लिए लखनऊ में बकायदा अलग से अभ्युदय सचिवालय स्थापित किया गया है जहां से प्रतिदिन इन सभी कोचिंग केंद्रों के संचालन की पूरी मॉनिटरिंग की जा रही है। इसमें सबसे ज्यादा 11 केंद्र लखनऊ में संचालित हैं, जबकि कौशांबी में 6, गोरखपुर में 5, वाराणसी और बहराइच में 4 केंद्रों का संचालन किया जा रहा है। अभ्युदय योजना के सह प्रभारी पवन कुमार यादव ने बताया कि इस योजना के माध्यम से अब तक 82,209 से अधिक अभ्यर्थियों को प्रशिक्षण प्रदान किया जा चुका है।
वर्ष अभ्यर्थियों की संख्या
(नामांकन प्रक्रिया जारी है)