सहरसा:- बिहार का एक ऐसा गांव है, जहां अमूमन घर के सदस्य जो कभी सहारा इंडिया का सदस्य हुआ करते थे, लेकिन एक बार में ही सहारा इंडिया ने इन परिवारों को बेसहारा कर दिया और सारे सपने चकनाचूर कर दिए. एक घर नहीं, बल्कि पूरा का पूरा गांव सहारा का मारा है. कोई बेटी की शादी के लिए सहारा इंडिया में पैसा जमा किया था, तो कोई अपना खुद का रोजगार स्थापित करने के लिए सहारा इंडिया पर भरोसा जताया था और उस सहारा इंडिया में पाई-पाई पैसा जमा कर लोग आगे का सपना देख रहे थे. पूरे दिन की मजदूरी का पैसा सहारा इंडिया में जमा किया, लेकिन सब बर्बाद हो गया.
दरअसल यह गांव बिहार के सहरसा जिले के महर्षि प्रखंड अंतर्गत राजनपुर पंचायत की है. एक, दो वार्ड नहीं, बल्कि पूरा का पूरा पंचायत सहारा इंडिया का मारा है, जो कभी इस सहारा इंडिया में पैसा जमा किया था. समय पूरा होने के बाद जब खुद का पैसा लेने के लिए दफ्तर का दरवाजा खटखटाया, तो अधिकारियों ने बिना पैसा दिए वापस लौटा दिया. कई बार दफ्तर का चक्कर काटने के बाद जब पैसा हाथ नहीं लगा, तो लोगों ने खुद ही हार मान ली. लिहाजा इस पंचायत के लोगों की स्थिति यह बन चुकी है कि अब दाने-दाने को लोग मोहताज हैं, किसी के पास खुद का घर नहीं, तो किसी का घर टूटा-फूटा है.
बेटी की शादी के लिए जमा किया था पैसा
वहीं पंचायत की रहने वाली आभा देवी लोकल 18 को बताती हैं कि लगभग 60 से 70 हजार रुपए सहारा इंडिया में जमा किया था. अब समय पूरा होने के बाद खुद का पैसा लेने गए, तो पैसा नहीं दे रहा है. कई बार दफ्तर का चक्कर काट चुके हैं, लेकिन पैसा हाथ नहीं लगा. सहारा इंडिया में यह सोचकर पैसा जमा किए थे कि इस पैसे से बेटी की शादी कराएंगे. लेकिन सारा सपना सहारा इंडिया ने चकनाचूर कर दिया. मेरा खुद का घर नहीं है, दूसरे के घर में रहते हैं.
वही इस पंचायत के दूसरे व्यक्ति मो. जहांगीर बताते हैं कि सब्जी बेचकर सहारा इंडिया में पैसा जमा किए थे. समय पूरा हुए 2 साल हो चुके हैं, लेकिन अब तक पैसा नहीं मिला. इन्होंने भी लगभग 60 से 70 हजार रुपए सहारा इंडिया में जमा किए थे. तीन से चार बार कार्यालय का चक्कर लगाए, जिसमें कहा गया कि अभी कोई काम नहीं होगा और यह कहकर वापस लौटा दिया.
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सारे भरोसे को कर दिया चकनाचूर
वहीं राजनपुर पंचायत के स्थानीय समाजसेवी मीर रिजवान Local 18 को बताते हैं कि इस पंचायत में लगभग 1000 से अधिक परिवार के लोग सहारा इंडिया से पीड़ित हैं. यह सभी लोगों ने सहारा इंडिया पर भरोसा जताया था. सभी के परिवार की स्थिति काफी दयनीय है. सभी लोग मजदूरी करते हैं और किसी के पास रहने को घर नहीं है. कोई बेटी की शादी का सपना लेकर सहारा इंडिया पर भरोसा जताया, तो कोई खुद का रोजगार खड़ा करने को लेकर सहारा इंडिया में पैसा जमा किया था. लेकिन सहारा इंडिया ने सारे सपने पर पानी फेर दिया.
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FIRST PUBLISHED : October 31, 2024, 07:21 IST