मो. सरफराज आलम/ कैमूर: बिहार में विधानसभा की चार सीटों पर उपचुनाव होना है, जिसमें कैमूर की रामगढ़ सीट पर सभी पार्टियों की विशेष नजर है. यह सीट राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के प्रभाव क्षेत्र में है और राजद ने यहां से उनके छोटे बेटे अजीत सिंह को उम्मीदवार बनाया है. बावजूद इसके, राजद के लिए इस सीट को जीतना आसान नहीं दिख रहा है.
उम्मीदवारों की जातिगत रणनीति
रामगढ़ उपचुनाव में जातिगत समीकरण भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं. भाजपा ने राजपूत जाति से उम्मीदवार उतारा है, बसपा ने यादव जाति से, जन सुराज ने कुशवाहा जाति से और राष्ट्रीय जन संभावना पार्टी ने राजकुमार राम को मैदान में उतारा है. रामगढ़ के मतदाता अप्रत्याशित परिणाम देने के लिए जाने जाते हैं, जिससे यहां की लड़ाई बेहद दिलचस्प हो गई है.
राजद, भाजपा, बसपा के बीच मुख्य मुकाबला
रामगढ़ सीट पर मुख्य मुकाबला राजद, भाजपा और बसपा के बीच है. राजद अपने एमवाई (मुस्लिम-यादव) समीकरण और अन्य बिरादरी के वोटरों के दम पर सीट बरकरार रखना चाहती है. वहीं, भाजपा को अगड़ी जाति और अतिपिछड़ी जातियों के वोटरों से समर्थन मिलने की उम्मीद है. बसपा प्रत्याशी सतीश कुमार सिंह यादव भी जातिगत समीकरणों का फायदा उठाने की कोशिश में हैं, जबकि जन सुराज पार्टी अन्य जाति के वोटरों को अपनी ओर आकर्षित करने में जुटी है.
उपचुनाव के मुद्दे और प्रत्याशियों के वादे
राजद उम्मीदवार अजीत कुमार सिंह का फोकस युवाओं पर है. उनका वादा है कि उपचुनाव जीतने पर वे व्यवसायिक डिग्री कॉलेज की स्थापना करेंगे और समाज के अंतिम व्यक्ति तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाएंगे. भाजपा प्रत्याशी अशोक कुमार सिंह शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य और भ्रष्टाचार मुक्त रामगढ़ का मुद्दा उठाए हुए हैं. बसपा के सतीश कुमार सिंह यादव और जन सुराज पार्टी के सुशील कुमार सिंह भी विकास, शिक्षा, रोजगार, और सिंचाई जैसे मुद्दों पर जनता का समर्थन मांग रहे हैं.
रामगढ़ सीट का राजद से पुराना नाता
रामगढ़ सीट राजद का मजबूत गढ़ रही है. यहां से राजद छह बार जीत चुकी है, जिनमें से जगदानंद सिंह खुद छह बार विधायक रह चुके हैं. राजद उम्मीदवार अजीत के भाई सुधाकर सिंह यहां से विधायक थे और उनके सांसद बनने के बाद यह सीट खाली हुई है. राजद के लिए इस सीट को बचाना एक प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है.
भाजपा के लिए इतिहास दोहराने की कोशिश
भाजपा के अशोक कुमार सिंह वर्ष 2015 में इस सीट से जीते थे और इस बार भी भाजपा उन्हें मैदान में उतारकर पुराने परिणाम को दोहराने की कोशिश कर रही है. केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय और राज्य मंत्री मंगल पांडेय सहित कई भाजपा नेता यहां प्रचार में जुटे हैं.
प्रशांत किशोर का असर
जन सुराज पार्टी से सुशील कुमार सिंह, जो पहले बसपा में थे, अब इस सीट से मैदान में हैं. उनकी जीत सुनिश्चित करने के लिए रणनीतिकार प्रशांत किशोर इलाके में लगातार जनसंपर्क कर रहे हैं. प्रशांत किशोर का समर्थन जन सुराज पार्टी के पक्ष में माहौल को दिलचस्प मोड़ दे रहा है.
रामगढ़ के कुल मतदाता
रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र में कुल 2,90,626 मतदाता हैं. इनमें 1,50,406 पुरुष, 1,39,152 महिलाएं, 1,066 सर्विस मतदाता और 2 अन्य मतदाता शामिल हैं. इस उपचुनाव के लिए कुल 209 मतदान केंद्र बनाए गए हैं.
रामगढ़ सीट पर उम्मीदवार
1. अजीत कुमार सिंह – राजद
2. अशोक कुमार सिंह – भाजपा
3. सतीश कुमार सिंह यादव – बसपा
4. सुशील कुमार सिंह – जन सुराज पार्टी
5. राजकुमार राम – राष्ट्रीय जन संभावना पार्टी
रामगढ़ का उपचुनाव विभिन्न राजनीतिक रणनीतियों और जातिगत समीकरणों का मिलाजुला परिणाम दिखा सकता है.
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FIRST PUBLISHED : November 7, 2024, 19:07 IST