जहानाबाद : देश के किसान बदलते दौर में नए नए तकनीक इजात कर रहे हैं, जिससे आमदनी बढ़े और दो वक्त की रोटी अच्छे से मिल सके. दरअसल, परम्परागत खेती करने से उनकी कमाई अच्छे से नहीं हो पाती थी. कई बार नुकसान भी सहना पड़ता था. ऐसे में अब खेती का पैटर्न बदलकर खेती करना शुरू किया है. इससे अच्छी कमाई भी हो रही है. जहानाबाद जिले के किसान भी खेती में प्रयोग कर रहे हैं, जिसमें कुछ किसानों को सफलता भी मिली है. आज ऐसे ही एक सफल किसान के बारे में जानेंगे, जो पिछले तीन साल से अलान लगाकर टमाटर की खेती कर रहे हैं और साधारण खेती के मुकाबले तीन गुना फसल उगा रहे हैं. इससे उनकी पहले से स्थिति में भी सुधार आई है.
दरअसल, जिले के मखदुमपुर प्रखंड स्थित जगपुरा के किसान रिंकू सिंह पहले आम लोगों की तरह खेती करते थे. यूट्यूब से देखकर नई तकनीक सीखा और उसको धरातल पर उतार दिया. आज वह टमाटर की खेती करते हैं, जो आमलोग से हटकर है. 9 कट्ठा में वह टमाटर लगा रखे हैं. उनके पास कुल सवा बीघा जमीन है जिस पर वह खेती करते हैं. टमाटर के अलावा वह मिर्च भी बड़े पैमाने पर उगाते हैं. वे बताते हैं कि नई तकनीक से जबसे खेती करना शुरू किया है तब से अच्छी उपज कर रहा हूं. इससे ठीक ठाक कमाई हो जाती है. हम अलान विधि से टमाटर उगाते हैं. इसमें मेहनत और खर्च तो आम खेती से थोड़ा ज्यादा है, लेकिन फसल का उत्पादन भी ज्यादा होता है.
कैसे की इस विधि से खेती की शुरुआत
रिंकू सिंह ने Local 18 से बताया कि सबसे पहले प्रयोग के तौर पर 6 कट्ठा से अलान लगाकर टमाटर की खेती करना शुरू किया था. इस दौरान जब टमाटर तैयार हुआ तो ऐसा महसूस हुआ कि जो हम साधारण खेती करते हैं, उससे ज्यादा फायदा देने वाला है और हुआ भी कुछ वैसा ही. अच्छी उपज हुई, तीन गुना फायदा देखकर फिर से इसी तरीका से टमाटर की खेती अगले साल करने का मन बनाया और अगले साल भी अलान लगाकर खेती की. फिर से फायदा हुआ और अच्छी उपज एक बार फिर हुई. इसके बाद विश्वास हो गया कि आम खेती जो हम करते हैं, उससे यह पैटर्न काफी लाभकारी है. हालांकि, मेहनत ज्यादा करना पड़ता है. इसमें एक कट्ठा में 30 क्विंटल तक उपज हो जाएगी वहीं साधारण टमाटर की खेती में आप 10 क्विंटल तक ही उपज कर सकते हैं.
इस विधि से खेती का समझें पूरा गणित
उन्होंने बताया कि मौजूदा समय में 9 कट्ठा में अलान विधि से खेती कर रहे हैं. टमाटर की बुआई हमलोग अगस्त में करते हैं. वहीं, सितंबर में इसकी रोपाई कर देते हैं. 2 महीने में यह तैयार हो जाता है. नवंबर से टूटना शुरू हो जाता है, जो की मई तक चलता है. इस विधि से टमाटर उगाने पर दो से तीन गुना तक फायदे हो सकते हैं. यदि मौसम का मार न पड़े. इस विधि से खेती करने पर टमाटर फसल का नुकसान काफी कम हो जाता है. आप आसानी से फल तोड़ सकते हैं. दवाइयों का छिड़काव कर सकते हैं. इतना ही नहीं, टमाटर की खेती को जो सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाता है उस खरपतवार का आप आसानी से इलाज कर सकते हैं. यही वजह है कि इस विधि से खेती करने से आपको दो गुना से लेकर तीन उपज हो जाती है.
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FIRST PUBLISHED : November 8, 2024, 22:11 IST