- सबको शिक्षा सबको काम, नहीं तो होगा नींद हराम, शिक्षा बचाओ देश बचाओ, शिक्षा आयोग का हो गठन, कोठारी आयोग के सिफारिश को लागू करो – किरण देव यादव
- शिक्षा बजट में कटौती कर सरकार शिक्षा व्यवस्था को कर रही है चौपट – देश बचाओ अभियान
- वर्तमान शिक्षा व्यवस्था एवं हमारी भूमिका विचार गोष्ठी आयोजित
- शिक्षा शेरनी का दूध जो पियेगा दहाड़ेगा – उमेश धर्मेंद्र
- सबको शिक्षा का समान अवसर देने की जरूरत – मधुबाला
खगड़िया सदर : देश बचाओ अभियान फरकिया मिशन के तत्वाधान में संपर्क कार्यालय खगड़िया में प्रथम शिक्षा मंत्री, भारत रत्न मौलाना अब्दुल कलाम आजाद का जयंती मनाया गया।
इस अवसर पर उनके प्रतिमा पर माल्यार्पण पुष्पांजलि समर्पित करते हुए कोटि-कोटि नमन, शत-शत नमन एवं याद किया गया। तथा राष्ट्रीय शिक्षा दिवस मनाया गया।
राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के अवसर पर ” राजा का बेटा हो या गरीब का संतान, सबको शिक्षा एक समान , शिक्षा बचाओ देश बचाओ, सबको शिक्षा सबको काम, नहीं तो होगा नींद हराम” नारों को बुलंद किया गया।
इस अवसर पर देश की वर्तमान शिक्षा व्यवस्था एवं हमारी भूमिका विचार गोष्ठी को संबोधित करते हुए अभियान के संस्थापक अध्यक्ष सह पंच सरपंच संघ के जिला अध्यक्ष किरण देव यादव ने कहा कि सरकार शिक्षा व्यवस्था को चौपट कर चुकी है शिक्षा को व्यवसायीकरण कर पूंजीपति परस्त कर दी गई है। पैसा दो, शिक्षा – डिग्री लो का नीति सरकार अपनायी हुई है। सरकार आम जनों को शराब एवं धर्म की नसों में डुबोकर मुर्ख बनाकर रखना चाहती है ताकि उसे आसान चला सके।
श्री यादव ने कहा कि आमजन शिक्षा प्राप्त कर जागरुक होकर अधिकार मांगने के लिए आंदोलन करेगी, जो कि सरकार कतई ऐसा नहीं चाहती है। श्री यादव ने केंद्रीय बजट का 10% व राज्य बजट का 30% शिक्षा पर खर्च करने, शिक्षा स्वास्थ्य रोजगार देने, स्नातक तक निःशुल्क देने, शिक्षा आयोग का गठन करने, कामन स्कूल सिस्टम लागू करने, सबको शिक्षा सबको काम – सबको शिक्षा एक समान देने आदि मांग महामहिम राष्ट्रपति से किया।
श्री यादव ने कहा कि शिक्षा वह शेरनी का दूध है जो पियेगा वह दहाड़ेगा कार्यक्रम में अभियान के संयोजक मधुबाला, सचिव धर्मेंद्र कुमार, महासचिव उमेश ठाकुर, दिलखुश कुमार, आदि ने कहा कि सभी दलित शोषित पीड़ित वंचित गरीब अल्पसंख्यकों को एक समान शिक्षा सुविधा की अवसर देने पर बल दिया ।