अररिया : समय के साथ खेती के तरीके भी बदल रहे हैं, और किसान अब पारंपरिक खेती से हटकर सब्जियों की खेती पर ध्यान दे रहे हैं. इससे उनकी आय में वृद्धि हो रही है. अररिया जिले के भरगामा प्रखंड के सिरसिया गांव के किसान मोहम्मद रज्जाक ने बताया कि वे एक एकड़ जमीन पर बैंगन की खेती कर हर साल 2 से 3 लाख रुपये की कमाई करते हैं.
45 से 60 दिनों में तैयार हो जाता है बैंगन का पौधा
मोहम्मद रज्जाक ने बताया कि बैंगन की फसल 45-60 दिनों में तैयार हो जाती है. बैंगन की बुवाई के लिए खेत की जुताई अच्छी तरह से होनी चाहिए और पौधों के बीच 60 सेमी की दूरी रखना आवश्यक है. उन्होंने बताया कि बैंगन की खेती के लिए बलुई दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त है. इसके साथ ही खेत में खाद, गोबर और वर्मी कंपोस्ट का उपयोग करना चाहिए. हाइब्रिड बीज के लिए एक हेक्टेयर में 200 ग्राम बीज की जरूरत होती है, जबकि देसी बीज के लिए 800 ग्राम तक की आवश्यकता होती है.
50 रुपए किलो है भाव
मौजूदा समय में सब्जी मंडी में बैंगन का भाव प्रति किलो 50 रुपये है, जबकि थोक में किसान इसे 35-40 रुपये प्रति किलो बेचते हैं. रज्जाक बताते हैं कि बैंगन की खेती से जिले के अन्य किसान भी बेहतर कमाई कर सकते हैं, यदि इसे सही तरीके से किया जाए. किसानों का कहना है कि बैंगन की खेती कम लागत में ज्यादा मुनाफा देती है, और सही समय पर बुवाई और फसल की देखभाल से वे अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकते हैं.