मुजफ्फरपुर. मुजफ्फरपुर का वह इलाका जहां के लोगों के लिए पुल एक सपना था वह अब सच होने वाला है. वहां के लोग अब बिना जान हथेली पर लिए एक छोर से दूसरे छोर तक आएंगे और गांव के किसी बेटी की अगर शादी होगी तो बारात भी उसके घर तक जाएगी. इसके अलावा उन्हें कई सुविधाएं मिलेंगी ऐसा हम इस लिए कह रहे है कि क्योंकि जिले के औराई ने बने बागमती नदी पर बना चचरी पुल से लोगो को अब मुक्ति मिलने वाली है क्योंकि उच्च स्तरीय पुल निर्माण को लेकर राज्य कैबिनेट ने प्रशासनिक स्वीकृति दे दी है. बता दे कि यह दिन औराई गांव के लिए इतिहास स्वर्णिम दिन है. प्रशासनिक स्वीकृति मिलने के बाद जब पुल का पूरी तरह निर्माण हो जाएगा तब औराई के लोगों को मुजफ्फरपुर जाने के लिए 40 किलोमीटर के स्थान पर महज 28 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ेगी.
बता दें कि राज्य कैबिनेट ने गरहां एनएच 57 हथौड़ी अतरार बभनगावां से औराई 21.30 किलोमीटर व बागमती नदी पर अतरार से लेकर बभनगावां तक 3.35 किमी उच्च स्तरीय पुल के निर्माण कार्य के लिये आठ सौ चौदह करोड़ की प्रशासनिक स्वीकृति दी है. इस बहुप्रतीक्षित सड़क व पुल की स्वीकृति मिलते ही ग्रामीणों में हर्ष की लहर है.
सड़क व पुल के निर्माण को लेकर औराई के लोगों ने लंबे समय तक संघर्ष किया है. बागमती नदी पर अतरार से बभनगावां तक पुल निर्माण न होने से औराई प्रखंड के करीब एक दर्जन पंचायत के लोगों को प्रखंड मुख्यालय पहुंचने के लिए वर्तमान में 35 से 40 किलोमीटर की यात्रा करनी पड़ती है, जो कि अब महज 6 से 7 किलोमीटर की यात्रा कर प्रखंड मुख्यालय पहुंच सकेंगे. वहीं अब औराई प्रखंड समेत सीतामढ़ी व दरभंगा जिला के लोगों को भी मुजफ्फरपुर जाना आसान हो जायेगा.
आपको बता दें परियोजना बांध निर्माण के बाद लोग बाढ़ या चचरी पुल का दंश झेलते आ रहे थे. इस चचरी पुल से कई लोगों ने अपनी जान गंवाई है. जान जोखिम में डालकर लोग रोजाना आर पार किया करते थे. ग्रामीण मुख्यालय की दुरी कम करने को लेकर लम्बें अर्से से अतरार बांध से बभंनगामा बाढ़ तक पुल की मांग करते आ रहे थे. उस दौरान दौरान 2016/2017 के बजट सत्र के दौरान विधानसभा में राजद विधायक सुरेंद्र यादव ने मांग की गई. उस दौरान ही स्वीकृति मिली थी. आज वह कार्य पुर्ण हो गया जिसे लेकर पूर्व विधायक सुरेंद्र यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बधाई दी है.
FIRST PUBLISHED : November 17, 2024, 21:28 IST