- बहुजनों को वैकल्पिक राजनीति हेतु पार्टी बनाने पर किया गया गहण विचार विमर्श
- बहुजन हितार्थ सामाजिक परिवर्तन का राष्ट्रीय सामाजिक आंदोलन तेज करने का लिया संकल्प
- 51 सदस्यीय राष्ट्रीय कमेटी का किया गया गठन, 31 सदस्यीय चुने गए पदाधिकारीगण*
- मिशन सुरक्षा परिषद के तीसरी बार चुने गए राष्ट्रीय अध्यक्ष गंगाराम अंबेडकर
राष्ट्रीय खबरें : मिशन सुरक्षा परिषद के राष्ट्रीय सम्मेलन में तीसरी बार राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में गंगाराम अंबेडकर चुने गये। उक्त आशय की जानकारी राष्ट्रीय प्रवक्ता किरण देव यादव ने दिया।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष गंगा राम अंबेडकर ने कहा कि बहुजन महापुरुषों के जीवनी व्यक्तित्व कृतित्व से सीख लेकर बहुजन के हितार्थ सामाजिक परिवर्तन हेतु राष्ट्रीय स्तर पर सामाजिक आंदोलन तेज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय फलक पर मिशन सुरक्षा परिषद रचनात्मक सृजनात्मक आंदोलनात्मक सामाजिक गतिविधियां एवं उल्लेखनीय कार्य किया। नई कमेटी एक बार पुनः नई ऊर्जा शक्ति संघर्ष के साथ समाज में उत्कृष्ट पहचान बनाने में कामयाब होंगे एवं आगामी नवंबर माह में मिशन सुरक्षा परिषद को राजनीतिक वैकल्पिक तौर पर स्थापित की जाएगी।
मिशन सुरक्षा परिषद के केंद्रीय कमेटी का राष्ट्रीय सम्मेलन सह चिंतन शिविर का आयोजन लखनऊ अवस्थित केंद्रीय कार्यालय के सभागार मे किया गया जिसकी अध्यक्षता राष्ट्रीय अध्यक्ष गंगाराम अंबेडकर ने किया। वहीं मंच संचालन राष्ट्रीय सचिव सह बिहार प्रभारी किरण देव यादव एवं विशाल आनंद आर्य ने संयुक्त रूप से किया।
सम्मेलन में सर्वप्रथम संविधान निर्माता डॉक्टर अंबेडकर के प्रतिमा पर माल्यार्पण पुष्पांजलि कर बैठक की विधिवत शुरुआत की गई।
बैठक में डॉक्टर अंबेडकर, मान्यवर काशीराम अमर रहे, बहुजन हिताय बहुजन सुखाय, बहुजन एकता – बहुजन संघर्ष जिंदाबाद के नारे लगाए गए।
बैठक में वर्तमान राजनीतिक परिपेक्ष्य में बहुजनों का अधिकार एवं कर्तव्य, दिशा व दिशा, सामाजिक राजनीतिक आर्थिक बौद्धिक सांस्कृतिक – सर्वांगीण विकास व संभावनाएं, सामयिक स्थिति परिस्थिति, विषय पर गंभीर चिंतन किया गया।
बैठक में सामाजिक संगठन मिशन सुरक्षा परिषद को राजनीतिक पार्टी निर्माण करने पर गंभीर चर्चा कर देश में वैकल्पिक राजनीति बहुजनों के समक्ष प्रस्तुत की गई।
बैठक में मिशन सुरक्षा परिषद का उद्देश्य, लक्ष्य, जागरूकता, सदस्यता अभियान, कमेटी गठन, संगठन विस्तारण, पद सृजन, मनोनयन, जिम्मेदारियां, कार्यक्रम, बहुजन महापुरुषों का जयंती पुण्यतिथि मनाने, राजनीतिक एजेंडा, चुनावी गतिविधियों में भाग लेने, राजनीतिक विकल्प देने, बहुजनों का संवैधानिक जनतांत्रिक अधिकार, कर्तव्य, आंदोलन आदि विषयों पर गंभीर विस्तृत चर्चा की गई ।
सम्मेलन में सर्व सम्मति से पांच सदस्य चुनाव कमेटी का गठन किया गया तत्पश्चात राष्ट्रीय कमेटी को तत्काल भंग कर दी गई एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष सहित कार्यकारिणी कमेटी हेतु प्रस्ताव लिया गया। राष्ट्रीय अध्यक्ष पद हेतु दो नाम गंगा राम अंबेडकर एवं चंद्रहास यादव का प्रस्ताव आया जिसमें सर्वसम्मति से गंगाराम अंबेडकर राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर पुनः चयन किया गया।
वहीं 51 सदस्यीय राष्ट्रीय कमेटी का गठन किया गया जिसमें 31 सदस्यीय पदाधिकारी उपाध्यक्ष त्रिवेंद्र सीटू दोहरे, महासचिव मोहम्मद कमाल खान, गंगाराम चौधरी, रज्जू बर्मा पटेल, कोषाअध्यक्ष एल आर गौतम, प्रवक्ता किरण देव यादव, युवा राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रहास यादव, अल्पसंख्यक सेल के अध्यक्ष रिजवान अहमद सिद्दीकी, अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष सुरेश कुमार राठौर, बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष डॉ अशोक बौद्ध, आईटी सेल के अध्यक्ष आईटी सेल रामधनी अकेला, अधिवक्ता सेल के अध्यक्ष योगेश वर्मा, सूचना सेल के अध्यक्ष अमर कोनजिया, किन्नर सेल का प्रदेश अध्यक्ष गुड्डन किन्नर, सहित सभी राज्यों का प्रदेश अध्यक्ष सर्वसम्मति से चुने गए।
वहीं सभी राज्यों के प्रतिनिधि सहित बिहार से 20 प्रतिनिधि सहित देश भर का 300 प्रतिनिधि भाग लिये। जिसमें प्रमुख रूप से बिहार से युवा राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रहास यादव, सिंटू दोहरे, लखनऊ शारदा नगर के वार्ड पार्षद हिमांशु अंबेडकर, रामधनी अकेला, मोहम्मद रिजवान अहमद, अमर कनौजिया, ललिता कुमारी, दिलीप कुशवाहा, संतोष यादव, अविनाश प्रताप, देवनारायण सिंह, उपेंद्र प्रसाद सिंह, डॉ सुनील कुमार, अमित कुशवाहा, राजस्थान से शंकर महाराज गुरु जी, राम गोपाल परिहार , दिल्ली से मंजू गौतम, रेयाज अहमद , उत्तर प्रदेश से संतोष कुमार यादव, शबाना बाना, ललित कुमार जाटव, कनकलता नंदवंशी, मुकेश सिद्धार्थ, प्रमोद कुमार बौद्ध, कनकलता नंदवंशी, आदि ने सक्रिय भाग लिये।