नई दिल्ली. आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर चल रहा विवाद अब बस खत्म होने वाला है. पाकिस्तान को इस मेगा टू्र्नामेंट की मेजबानी का जिम्मा दिया गया था. अब ऐसा लग रहा है कि उसके हाथ से ना सिर्फ मेजबानी जाएगी बल्कि वह टूर्नामेंट से भी बाहर हो सकता है. आईसीसी ने चैंपियंस ट्रॉफी के शेड्यूल को फाइनल करने के लिए शुक्रवार 29 नवंबर को बैठक बुलाई थी जो बेनतीजा रही. बीसीसीआई ने अपनी टीम को सुरक्षा कारणों से पाकिस्तान भेजने से मना करते हुए टूर्नामेंट हाइब्रिड मॉडल में कराने की मांग की थी. आईसीसी समेत सभी टीमें इसके हक में है लेकिन पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड मानने से इनकार कर रहा है. 30 नवंबर को आईसीसी की बैठक फिर से होगी और इसमें आखिरी फैसला लिया जाएगा.
चैंपियंस ट्रॉफी को 19 फरवरी से 9 मार्च के बीच पाकिस्तान में आयोजित होना है. यह टूर्नामेंट 8 साल बाद वापसी कर रहा है, लेकिन इसके आयोजन पर सवाल उठ रहे हैं. भारत ने पाकिस्तान जाने से इनकार किया और पीसीबी को आईसीसी हाइब्रिड मॉडल टूर्नामेंट कराने का प्रस्ताव दिया. आईसीसी समेत टूर्नामेंट खेलने वाले सभी देश इसे स्वीकार करने के लिए जोर दे रहे है. इस मॉडल के अपनाए जाने से भारत अपने मैच किसी अन्य स्थान पर खेलेगा जबकि बाकी टूर्नामेंट पाकिस्तान में होगा. रिपोर्ट्स के अनुसार पाकिस्तान ने इस समाधान को स्वीकार करने से इनकार कर दिया है.
क्या होगा अगर पाकिस्तान नहीं माना
Cricbuzz की एक रिपोर्ट के अनुसार, अगर पीसीबी चैंपियंस ट्रॉफी के लिए हाइब्रिड मॉडल को अपनाने से मना कर देता है तो टूर्नामेंट को पूरी तरह से पाकिस्तान से बाहर ले जाया जाएगा. चैंपियंस ट्रॉफी 2025 को यूएई या दक्षिण अफ्रीका में शिफ्ट किया जा सकता है.ऐसा हुआ तो टूर्नामेंट को कुछ वक्त के लिए स्थगित भी करना पड़ सकता है. आईसीसी ने पहले ही इस बात पर जोर दिया था कि टूर्नामेंट को किसी अन्य देश में शिफ्ट करने में काफी समय लगेगा.
क्या है हाइब्रिड़ मॉडल
आईसीसी ने सभी सदस्य देशों और तीन सहयोगी देशों के बोर्डों के साथ बैठक की जिसमें पीसीबी और बीसीसीआई भी शामिल थे. इसका उद्देशय चैंपियंस ट्रॉफी की समस्या का समाधान निकालना था. पीसीबी ने हाइब्रिड फॉर्मेट में चैंपियंस ट्रॉफी 2025 खेलने के प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया. हाइब्रिड मॉडल के मुताबिक भारतीय टीम के सभी मुकाबले पाकिस्तान से बाहर किस और देश में कराए जाएंगे. सेमीफाइनल और फाइनल की मेजबानी भी उससे छिन जाएगी.
पाकिस्तान क्यों जिद पर अड़ा
भारत और पाकिस्तान के मैच पर पूरी दुनिया की नजर रहती है. इस मुकाबले को देखने के लिए दुनियाभर से दर्शन पाकिस्तान का रुख करेंगे जबकि ब्रॉडकास्टर को भी इसका जबरदस्त फायदा मिलेगा. मैच से होने वाली कमाई का हिस्सा होस्ट करने वाले क्रिकेट बोर्ड को मिलता है. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड यह मौका हाथ से जाने नहीं देना चाहता इसी वजह से वह भारतीय टीम के पाकिस्तान आकर खेलने के लिए दवाब बना रहा है.
FIRST PUBLISHED : November 30, 2024, 08:46 IST