मधुबनी (बिहार). केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने महिलाओं से आगे आने और केंद्रीय योजनाओं का लाभ उठाने का शनिवार को आग्रह किया ताकि वे अधिक सक्षम और सशक्त बन सकें. सीतारमण मधुबनी में आयोजित ‘क्रेडिट आउटरीच’ कार्यक्रम में बोल रही थीं, जहां विभिन्न बैंकों द्वारा 50,294 लाभार्थियों को 1,121 करोड़ रुपये के ऋण प्रदान किए गए. यहां वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का स्वागत मखाने की माला से हुआ. यहां देश का करीब 80 प्रतिशत मखाने का उत्पादन होता है, अब लोगों को उम्मीद है कि यहां के किसानों और महिलाओं का दर्द दूर होगा. यहां माइक्रो फाइनांस कंपनियां कुकुरमुत्ते की तरफ फैली हुई हैं और वे बहुत ऊंचे ब्याज दरों पर कर्ज देती हैं.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कहते हैं कि देश के हर गांव में एक ‘लखपति दीदी’ होनी चाहिए…और इसके लिए बैंकों ने महिलाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं. बिहार में प्रत्येक स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) के माध्यम से महिलाओं को वित्तीय सहायता और प्रशिक्षण दिया जा रहा है. मैं महिलाओं से आग्रह करती हूं कि वे केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई योजनाओं का हिस्सा बनें… ताकि वे अधिक सक्षम और सशक्त बन सकें.’ दरअसल वित्त मंत्री का यह दौरा कई मायनों में अहम रहा है. इस दौरे और उनकी घोषणाओं पर तमाम प्रतिक्रियाएं भी सामने आई हैं. इस क्षेत्र से जुड़े लोगों ने इस दौरे से कई उम्मीदों और बड़े परिवर्तन की शुरुआत माना है.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज बिहार के मिथिलांचल दौरे पर थीं। चूंकि मैं इसी क्षेत्र से आता हूं इसलिए वित्त मंत्री के इस दौरे को लेकर मेरी दिलचस्पी ज्यादा रही। अलग अलग कार्यक्रमों में वित्त मंत्री ने हिस्सा लिया। लेकिन दो कार्यक्रमों की अहमियत मेरे हिसाब से काफी ज्यादा है।
एक… pic.twitter.com/F0Pq28yAEp— Lakshman Roy (@RoyLakshman) November 30, 2024