कैमूर : जिले की मोहनिया पुलिस अक्सर अपने कारनामों को लेकर आज भी मौजूद है, लेकिन इस बार तो हद ही पार कर दी। उत्साहित, बेहतर इलाज के लिए रेफर मरीजों को पुलिस हायर सेंटर ही नहीं ले गई, जिस कारण सेवानिवृत्त सेना के जवानों की मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार, डायल 112 की टीम द्वारा शनिवार की दोपहर दो बजे मोहनिया के डडवा से लावारिस हालत में एक व्यक्ति को इलाज के लिए मोहनिया के सहायक अस्पताल लाया गया। जहां प्राथमिक उपचार शुरू हुआ, लेकिन रविवार की सुबह तबीयत बिगड़ने लगी। उसके बाद बेहतर इलाज के लिए मरीजों को हायर सेंटर रेफर कर दिया गया, लेकिन पुलिस की हिंसा के कारण सेवानिवृत्त सेना के जवान की मौत हो गई। मृतक सेवानिवृत्त सेना जवान की पहचान रोहतास जिले के कोचस थाना क्षेत्र के आदिलपुर निवासी प्रमोद तिवारी के रूप में हुई है।
इस मामले को लेकर मोहनिया अस्पताल के चिकित्सक रूपेश श्रीवास्तव ने कहा कि मरीज प्रमोद तिवारी को बेहतर इलाज के लिए हायर सेंटर में रिपोर्ट करते हुए मोहनिया पुलिस को इसकी सूचना दी गई थी। लेकिन रेफरेंडम के दौरान अज्ञात व्यक्ति था और किसी अज्ञात को पुलिस द्वारा हायर सेंटर ले जाया जाता है। लेकिन कोई नहीं आया जिसके बाद मनुष्य की मृत्यु हो गई। अगर समय से बेहतर इलाज मिल जाता तो मृतक प्रमोद तिवारी की जान बच सकती थी।
इस मामले में मोहनिया के इंस्पेक्टर संजय राउत ने बताया कि मृतक के परिजनों को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता, इसलिए उनका आवेदन लिया गया है।