पटना : आईएएस संजीव हंस (IAS Sanjeev Hans) और पूर्व विधायक गुलाब यादव (Former MLA Gulab Yadav) के खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसी ED ने एक और बड़ी कार्रवाई की है. ईडी की लगातार दो दिनों तक दिल्ली, मुंबई, कोलकाता में हुई सर्च ऑपरेशन में कुछ बेनामी संपत्ति सहित कई संदिग्ध लेन देन से जुड़े मामलों के बारे में पता लगाया गया है. सूत्र बताते हैं कि जांच एजेंसी को सर्च ऑपरेशन के दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज, सबूत सहित अन्य जानकारियां मिली हैं. सूत्र के मुताबिक जल्द ही उन सबूतों और दस्तावेजों को खंगालने के बाद उसे जांच एजेंसी ईडी अपनी सहयोगी जांच एजेंसी के साथ साझा भी कर सकती है.
सूत्रों के मुताबिक, आने वाले दिनों में इस केस से जुड़े कई आरोपियों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. बता दें कि इसी मामले में 9 जुलाई को भी दिल्ली, पंजाब और बिहार के कई इलाकों में थी सर्च ऑपरेशन की कार्रवाई की गई थी. अभी दिल्ली, कोलकाता और मुंबई में जो सर्च ऑपरेशन हुए हैं इसमें करीब 90 लाख रुपए समेत महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किये गए हैं. वहीं करीब 15 किलो सिल्वर बुलियन भी जब्त किया गया है. ऐसे में आइये जानते हैं कि यह सिल्वर बुलियन क्या होता है?
सिल्वर बुलियन क्या होता है?
बुलियन शब्द एंग्लो-नॉर्मन शब्द से आया है. इसका अर्थ है-पिघलने वाला घर. बुलियन ट्रेडिंग में पैसे कमाने के लिए सोने और चांदी जैसी कीमती धातुओं को खरीदना और बेचना शामिल है. बुलियन उच्च शुद्धता वाला भौतिक सोना और चांदी है, जिसे प्राय: बार, सिल्लियां या सिक्कों के रूप में रखा जाता है. यह गोल्ड बुलियन और सिल्वर बुलियन के रूप में हम अधिक सुनते हैं. बुलियन मार्केट एक महत्वपूर्ण प्लेटफॉर्म है जहां कीमती धातुओं का कारोबार होता है.
सिल्वर बुलियन छड़ों और सिक्कों के रूप में होते हैं
बता दें कि सिल्वर बुलियन, निवेश ग्रेड चांदी को कहते हैं जो कम से कम 999.95 शुद्धता की होती है और जिसे छड़ों या सिक्कों के रूप में सामने रखा जाता है. दरअसल, बुलियन शब्द का उपयोग आमतौर पर सोने और चांदी जैसी कीमती धातुओं के लिए किया जाता है. बुलियन को आधिकारिक तौर पर बार या सिल्लियों के रूप में कम से कम 99.5% शुद्ध माना जाता है. बुलियन को कभी-कभी लीगल टेंडर माना जा सकता है. बुलियन को सरकारें और केंद्रीय बैंक आरक्षित परिसंपत्ति के रूप में रखते हैं.
गुजरात के गांधीनगर में है इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंज
बुलियन को कभी-कभी केंद्रीय बैंकों या संस्थागत निवेशकों द्वारा रिजर्व के रूप में रखी जाने वाली कानूनी मुद्रा माना जा सकता है. बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो साल पहले भारत के पहले इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंज को गुजरात के गांधी नगर में लॉन्च किया था. गांधीनगर के पास इंटरनेशनल फाइनेंस टेक-सिटी (गिफ्ट सिटी) का यह एक्सचेंज फिजिकल गोल्ड और सिल्वर की बिक्री करता है. इस एक्सचेंज को शंघाई गोल्ड एक्सचेंज और बोर्सा इस्तांबुल की तर्ज पर स्थापित किया गया है. यह भारत को बुलियन के रीजनल हब के रूप में मजबूत स्थिति प्रदान करता है।