खेल और खिलाड़ी : भारत बनाम बांग्लादेश पहला टेस्ट मैच खत्म होने के बाद अब फोकस कानपुर टेस्ट मैच पर है. टीम इंडिया कानपुर के ग्रीनपार्क स्टेडियम की टर्निंग विकेट को लेकर सावधान होगी. ग्रीनपार्क स्टेडियम की पिच हमेशा से स्पिन गेंदबाजों की मददगार रही है. इसी वजह से टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा और हेड कोच गौतम गंभीर 3 स्पिनर्स के साथ उतरने पर मजबूर हो सकते हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि जब तीसरा स्पिनर प्लेइंग इलेवन में आएगा तो फिर बाहर कौन जाएगा. अक्षर पटेल या कुलदीप यादव में से किसी एक को मौका मिल सकता है।
आर अश्विन और रवींद्र जडेजा को प्लेइंग इलेवन से बाहर नहीं किया जा सकता, क्योंकि दोनों ने पहले टेस्ट मैच में अपनी अहमियत साबित की है. चेन्नई में खेले गए पहले टेस्ट मैच में अश्विन और जडेजा की जोड़ी ने बैटिंग में शीर्ष क्रम लड़खड़ाने के बाद बखूबी संभाला और जीत की नींव रखी. दूसरी पारी में भी शानदार प्रदर्शन किया. दोनों ने दूसरी पारी में मिलकर 9 विकेट लिए. जिससे भारतीय टीम 280 रन से जीत दर्ज करने में सफल रही. भारतीय टीम ने चेन्नई में तीन तेज गेंदबाज उतारे थे जिसमें जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज और अकाशदीप शामिल थे. लेकिन कानपुर में भारतीय टीम तीन पेसर के साथ नहीं उतरना चाहेगी. ग्रीनपार्क की स्लो विकेट स्पिनर्स के लिए स्वर्ग होगा. इसलिए रोहित शर्मा पेसर की जगह एक एक्सट्रा स्पिनर उतार सकते हैं।
कुलदीप-अक्षर की अलग अलग खूबी
कानपुर की विकेट रैंक टर्नर तो नहीं होगी जिससे कि भारतीय टीम 4 स्पिनर्स को उतारे. लेकिन इस विकेट पर पहले दिन से ही टर्न मिलना शुरू हो जाएगा. ऐसे में भारत के सामने बड़ा सवाल है कि उसे इस स्थिति में क्या करना होगा. अक्षर पटेल को उतारे या कुलदीप यादव को मौका दे. दोनों खिलाड़ियों की अपनी अलग अलग खूबी है, कुलदीप बतौर स्पेशलिस्ट स्पिनर खेलते हैं वहीं अक्षर बॉलिंग ऑलराउंडर के तौर पर उतरते हैं. स्पिन गेंदबाजी की लिहाज से अक्षर पर कुलदीप को तरजीह दी जा सकती है. अगर भारत मोर्चे से अटैक करना चाहता है तो उसके पास कुलदीप के तौर पर बेहतरीन विकल्प है. दूसरी ओर अक्षर पटेल के पास बल्लेबाजी करने की भी क्षमता है जो बांग्लादेश के स्पिनर्स पर हावी हो सकते हैं।
भारत ने ग्रीनपार्क स्टेडियम में 17 मैच जीते हैं
ग्रीन पार्क स्टेडियम में भारतीय क्रिकेट टीम 38 इंटरनेशनल मैच खेल चुकी है. इसमें टेस्ट, वनडे और टी20 शामिल हैं. सभी फॉर्मेट को मिलाकर भारत ने यहां 17 मैच जीते हैं जबकि 18 में उसे हार मिली है वहीं 13 मैच ड्रॉ रहे हैं. इस स्टेडियम में हाईएस्ट स्कार 676/7 रहा है. जो भारत ने श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट में बनाए थे।