- समय से पहले शिक्षकों को स्कुल छोड़ना पड़ा महंगा
- एक ही प्रखंड के 48 शिक्षकों पर गिरी गाज
- 24 घंटे मे सभी शिक्षकों से जिलाधिकारी ने माँगा स्पष्टीकरण
शिक्षा व रोजगार : ई-शिक्षा कोष ऐप पर ऑनलाइन हाजिरी अब गुरुजी पर भारी पड़ने लगी है। यह ऐप शिक्षकों की लगातार हर निगरानी कर रहा है। उनके स्कूल आने और छोड़ने से लेकर गड़बड़ी कर हाजिरी बनाने की हर निगरानी कर रही है।
डीएम अंशुल कुमार ने मंगलवार को समाहरणालय में शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक करते हुए समय से पूर्व लगातार विद्यालय छोड़ने वाले चार दर्जन शिक्षकों को चिह्नित करते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई का डंडा चलाया है।
48 शिक्षकों के खिलाफ एक्शन की तैयारी
डीएम के आदेश पर डीपीओ स्थापना राज कुमार राजू ने ऐसे 48 शिक्षकों के खिलाफ तुरंत स्पष्टीकरण का पत्र जारी कर दिया है। साथ ही उन्हें 24 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण जमा करने को कहा है। इसके बाद उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरु की जाएगी।
4 बजे से पहले ही स्कूल छोड़ जाते हैं कई शिक्षक
डीपीओ एसएसए दीपक कुमार ने बताया कि कई शिक्षक लगातार तीन दिनों से चार बजे के पूर्व ही विद्यालय छोड़ रहे हैं। जबकि विद्यालय का समय शाम साढ़े चार बजे तक है।
समीक्षा में डीएम को बताया गया कि 96 प्रतिशत विद्यालयों में शिक्षक आनलाइन हाजिरी बना रहे हैं। डीएम ने स्कूल इन और आउट पर लगातार कड़ी नजर रखकर हर पक्ष में प्रतिवेदन की मांग की।
दो माह से हर शिक्षक की हो रही निगरानी
डीईओ कुंदन कुमार ने बताया कि पिछले दो माह से इससे हर शिक्षक पर निगरानी रखी जा रही है। डीएम ने गांधी जयंती पर सभी हाईस्कूलों को बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ से एक-एक वालीबाल एवं फुटवाल देने की घोषणा की। इस दिन आरएमके में भी समारोह होगा।
कनीय अभियंताओं पर भी गिरी गाज
असैनिक कार्य की समीक्षा में अपेक्षित प्रगति नहीं होने और लापरवाही पर कनीय अभियंता बौंसी व फुल्लीडुमर के साथ सहायक अभियंता का वेतन अगले आदेश बंद रखने का आदेश दिया। आईसीटी लैब की समीक्षा में डीपीएम की सुस्ती पर उनका वेतन भी बंद कर दिया गया।
नीति आयोग द्वारा प्रावि श्रीपुर बाराहाट के निर्माण कार्य में पुरानी ईंट के प्रयोग करने पर प्रधानाध्यापक एवं संवेदक से स्पष्टीकरण पूछने का निर्देश दिया। डीएम ने अतिक्रमण वाले विद्यालयों की सूची प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी से मांगी।
बैठक में डीईओ व डीपीओ के अलावा, पीओ संजय यादव, गुणवत्ता शिक्षा प्रभारी मनोहर सिंह, राणा प्रताप, सभी बीईओ व एसएसए के साधन सेवी प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
इन शिक्षकों पर गिरी गाज
जिन अधिकारियों से स्पष्टीकर मांगा गया है उनमें दीपांशु कुमार, अवंतिका कुमारी, ममता कुमारी, अमित आलोक, मिथिलेश कुमार, सूरज कुमार, पूर्णिमा कुमारी, रविकांत कुमार, आरजू बेगम, कुमार संजीव, सुधीर कुमार सिंह, संजय कुमार, लालू कुमार, ललन कुमार, अभिजीत कुमार सिंह, शिखा कुमारी, प्रियंका कुमारी, निलोफर, अभिषेक कुमार यादव, विपिन कुमार सिंह, अमित आनंद,सुबोध रजक, अबोध कुमार मंडल, लाल बहादुर,सूनिता सिंह, संतोष कुमार साह, राजकुमारी, सदानंद साव, विजय कृष्ण साहा, रूबी कुमारी शामिल हैं।
डीपीओ ने क्या कहा?
एसएसए की तकनीकी टीम शिक्षकों की ई शिक्षा कोष पर हाजिरी की नियमित मानिटरिंग कर रही है। कई शिक्षकों के देर से आने और जल्दी जाने के अलावा दूसरे की मोबाइल से हाजिरी बनाने, विद्यालय कैंपस से बाहर हाजिरी दर्ज करने, टीचर आईडी की जगह स्कूल आईडी से हाजिरी बनाने की बात लगातार सामने आ रही है। अब ऐसे शिक्षकों पर लगातार कार्रवाई की जाएगी। – दीपक कुमार, डीपीओ, एसएसए