नोएडा शहर के एक निजी स्कूल में साढ़े तीन साल की मासूम बच्ची के साथ डिजिटल रेप किए जाने का मामला सामने आया है। इस घिनौनी घटना के बाद से डरी-सहमी बच्ची को पिता जब डॉक्टर के पास ले गए, तब इसका खुलासा हुआ।
नोएडा शहर के एक निजी स्कूल में साढ़े तीन साल की मासूम बच्ची के साथ डिजिटल रेप किए जाने का मामला सामने आया है। इस घिनौनी घटना के बाद से डरी-सहमी बच्ची को पिता जब डॉक्टर के पास ले गए, तब इसका खुलासा हुआ। बच्ची के पिता की शिकायत पर पुलिस ने स्कूल के आरोपी कर्मचारी को गिरफ्तार कर उसे जेल भेज दिया है।
गोरखपुर निवासी व्यक्ति ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वर्तमान में वह परिवार के साथ नोएडा में रहते हैं। उनकी बेटी सेक्टर-27 स्थित एक निजी स्कूल के जूनियर विंग में पढ़ती है। कुछ दिन से बच्ची अचानक गुमसुम रहने लगी। वह स्कूल भी नहीं जा रही थी। इसके बाद वह बेटी को डॉक्टर के पास ले गए थे। उसका चेकअप करने के बाद डॉक्टर ने जो बात बताई, उसे सुनकर उनके होश उड़ गए। डॉक्टर ने बताया कि उनकी बेटी के निजी अंगों के साथ किसी ने छेड़छाड़ की है।
इसके बाद परिजनों ने जब प्यार से बच्ची से घटना के बारे में पूछा तो उसने बताया कि स्कूल में जो भैया प्लेट देते हैं, उन्होंने दो दिन पहले कुछ चुभाया था, तभी से दर्द हो रहा है। उन्होंने किसी को बताने पर मारने की धमकी भी दी थी। स्कूल परिसर में मासूम के साथ यह शर्मनाक हरकत 9 अक्टूबर को हुई, परिजनों ने 10 अक्टूबर को इसकी शिकायत सेक्टर-20 थाने में दर्ज कराई थी। पुलिस ने उसी दिन निठारी में रहने वाले आरोपी स्कूल कर्मचारी नित्यानंद के खिलाफ केस दर्ज कर उसे दबोच लिया। आरोपी स्कूल में हाउसकीपिंग कर्मचारी है। वह साफ-सफाई के साथ अन्य कार्य भी करता था। उसकी भर्ती आउटसोर्सिंग के जरिये कुछ महीने पहले ही हुई थी।
स्कूल प्रबंधन-पुलिस ने मामले को छिपाया : पुलिस ने इस मामले को पांच दिन तक सामने आने नहीं दिया। आरोपी की गिरफ्तारी और जेल भेज दिए जाने के बाद भी पुलिस ने इस तथ्य को मीडिया से छिपाया।
सहमी हुई है मासूम
परिजनों का कहना है कि घटना के बाद से बच्ची सहमी हुई है और अनजान व्यक्ति को देखकर रोने लगती है। डर के कारण वह स्कूल भी नहीं जा रही। पुलिस का दावा है कि स्कूल प्रबंधन से भी मामले को लेकर पूछताछ की गई है। जांच में अगर प्रबंधन की लापरवाही सामने आती है तो कार्रवाई की जाएगी।
ऐसे लोग करते हैं हैवानियत
गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष आनंद प्रताप सिंह ने कहा कि साढ़े तीन साल की बच्ची के साथ डिजिटल रेप किया जाना मानवता को झकझोरने वाला है। जिन लोगों के अंदर साइकोपैथी पर्सनैल्टी डिसआर्डर होता है, ऐसे लोग ही इस प्रकार की घिनौनी हरकत करते हैं।
क्या है डिजिटल रेप
बिना अनुमति बच्ची या महिला के साथ उंगलियों या हाथ-पैर के अंगूठे से यौन उत्पीड़न किया जाता है, तो उसे डिजिटल रेप कहते हैं। 2012 तक यह छेड़छाड़ के दायरे में आता था। निर्भया केस के बाद दुष्कर्म से जुड़े नए कानून में जबर्दस्ती पेनिट्रेशन को यौन अपराध मानते हुए पॉक्सो ऐक्ट की श्रेणी में रखा गया।
एसीपी प्रवीण कुमार सिंह ने कहा, ”मामला संज्ञान में आते ही आरोपी कर्मचारी के खिलाफ केस दर्ज किया गया। कुछ ही घंटे बाद आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। इस मामले में स्कूल प्रबंधन से भी पूछताछ की गई है।”
सेक्टर-27 स्थित निजी स्कूल प्रबंधन का कहना है, ”छात्रा का यौन उत्पीड़न करने के आरोप में नोएडा पुलिस ने प्रबंधन से संपर्क किया। स्कूल के अंदर लगे सीसीटीवी फुटेज में घटना संबंधी कोई साक्ष्य नहीं मिला है। स्कूल प्रबंधन छात्रों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।”