करवा चौथ का चांद देश के कुछ हिस्सों में दिखाई देने लगा है। करवा चौथ के दिन चंद्रोदय का अधिक महत्व होता है। इस दिन व्रती स्त्रियों को चंद्रमा का बेसब्री से इंतजार रहता है। आज चंद्र दर्शन करना जरूरी माना जाता है। भारत के सभी राज्यों में चंद्रमा अलग-अलग समय पर उदित होता है। इस समय में ज्यादा फर्क नहीं होता है। चांद के दर्शन देश के लगभग सभी हिस्सों में हो गए हैं। इस दिन चंद्रमा को सीधे नहीं देखना चाहिए। क्योंकि ऐसा करना वर्जित माना गया है। कहा जाता है कि इस दिन किसी न किसी की आड़ में चंद्रमा का दर्शन करना चाहिए। इसके अलावा यह भी कहा जाता है की चलनी से अपने पति के मुख को देखने से चलनी में सैकड़ो छेद की तरह पति की सैकड़ों वर्ष की उम्र होती है। प्रखंड क्षेत्र में व्यापक पैमाने पर यह पर्व मनाया जाता है। सभी उपवास रखने वाली महिलाएं रात में चांद को अर्घ्य देकर अपने पति के हाथ से पानी पीकर ही अपना व्रत खोलती हैं। कार्तिक कृष्ण चौथ व्रत को संकष्टी गणेश चौथ व्रत भी कहते हैं। इस व्रत के प्रधान देवता श्री गणेश हैं। इस पावन दिन गणपति को लड्डु का भोग लगाना चाहिए। गणपति पूजन में तुलसी का प्रयोग उचित नहीं है। जबकि दुभ्भी (घास) और बेलपत्र गणेश पर जरूर चढ़ाना चाहिए। लोकाचार के अंतर्गत चांद को चलनी से देखने और पति के हाथ से जल पीने की परंपरा है। गणपति मंत्र का जाप और गणपति अथर्वशीर्ष पाठ कर गणेश से दसों दिशाओं से रक्षा करने की कामना करनी चाहिए।
चांद निकलने पर ऐसे करें पूजा-
– चंद्रमा पूजा के लिए थाली में थलनी अर्ध्य के लिए करवे में जल, व्रत खोलने के लिए पानी और मिठाई होनी चाहिए।
– चंद्रमा को प्रणाम करें। अर्ध्य दें। फिर चंदन, अक्षत, फूल, रोली और अन्य पूजा सामग्री चढ़ाई।
– पति को तिलक लगाकर पैर छुएं। मिठाई खिलाएं। उनके हाथों से पानी पिएं।
– थाली में रखी सुहाग की सामग्री सास या घर की बुजुर्ग को दे दें। उन्हें प्रणाम करते हुए करवा भेंट करें और आशीर्वाद लें।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार चांद न दिखने पर इसे अपशुगन नहीं समझना चाहिए। हो सकता है मौसम की वजह से कहीं पर चांद न दिखा हो। ऐसा होना आम बात है। चांद के दर्शन न होने पर आप ऐसे तोड़ें अपना व्रत-
1. कहा जाता है कि करवा चौथ व्रत के दिन अगर आपको चांद नजर नहीं आता है तो महिलाएं अगले दिन सूर्योदय के बाद भोजन कर सकती हैं।
2. मान्यता है कि करवा चौथ के दिन अगर चंद्रमा नहीं दिखाई पड़ता तो महिलाएं भगवान शिव के मस्तक पर विराजमान चंद्रमा के दर्शन कर सकती हैं। चंद्रमा की पूजा करके क्षमा याचना करें और व्रत पूर्ण करें।
3. ऐसा कहते हैं कि चांद न नजर आने पर चंद्रमा का आह्वान करें और विधि-विधान से पूजा करें। इसके बाद मां लक्ष्मी का ध्यान करते हुए व्रत पूर्ण करें।
4. कहा जाता है कि चंद्रोदय के समय चांद निकलने की दिशा में मुख करके पूजा करें। मन ही मन मां लक्ष्मी का ध्यान लगाते हुए पति की पूजा के बाद व्रत पारण करें।
5. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गर्भवती, बुजुर्ग और बीमार महिलाएं अगर चंद्रदर्शन नहीं कर पाती हैं तो वे बिना चंद्रदर्शन ही व्रत का पारण कर सकती हैं।
भारत के प्रमुख शहरों में चंद्रोदय टाइम-
यूपी-
गाजियाबाद- रात 08 बजकर 11 मिनट
नोएडा- रात 08 बजकर 14 मिनट
अयोध्या- रात 07 बजकर 39 मिनट
सीतापुर- रात 07 बजकर 43 मिनट
कानपुर- रात 07 बजकर 47 मिनट
लखनऊ- रात 07 बजकर 44 मिनट
प्रयागराज- रात 07 बजकर 43 मिनट
बरेली- रात 07 बजकर 46 मिनट
वाराणसी- रात 07 बजकर 39 मिनट
हरदोई- रात 07 बजकर 45 मिनट
ललितपुर- रात 07 बजकर 45 मिनट
झांसी- रात 07 बजकर 57 मिनट
मथुरा- रात 07 बजकर 55 मिनट
वृंदावन- रात 07 बजकर 55 मिनट
बदायूं- रात 07 बजकर 48 मिनट
अलीगढ़- रात 07 बजकर 53 मिनट
मुरादाबाद- रात में 7 बजकर 59 मिनट
रामपुर- रात में 7 बजकर 59 मिनट
रायबरेली- रात में 8 बजकर 3 मिनट
सीतापुर- रात में 8 बजकर 5 मिनट
पीलीभीत- रात में 8 बजे
अमरोहा- रात में 8 बजे
देवरिया-रात में 8 बजकर 10 मिनट
मध्य प्रदेश-
भोपाल – 8.08 पी एम
जबलपुर – 7.58 पी एम
ग्वालियर – 7.57 पी एम
उज्जैन – 8.04 पी एम
रतलाम – 8. 17 पी एम
खंडवा – 8.16 पी एम
खरगोन – 8.21 पी एम
रीवा – 7. 48 पी एम
सतना – 7.50 पी एम
कटनी -7.54 पी एम
शिवपुरी- 08:01 पी एम
मंदसौर- 08:15 पी एम
पटना- 7:40 पी एम
गया – 7:33 पी एम
दरभंगा – 7:26 पी एम
भागलपुर -7:24 पी एम
नवादा -7:31 पी एम
मुजफ्फरपुर -7:28 पी एम
बेगूसराय – 7:27 पी एम
समस्तीपुर – 7:27 पी एम
सारण – 7:31 पी एम
पूर्णिया – 7:20 पी एम
गोपालगंज -7:31 पी एम
सीवान – 7:32 पी एम
खगड़िया- 7:25 पी एम
लखीसराय – 7:27 पी एम
जमुई – 7:28 पी एम
मोतिहारी – 7:28 पी एम
बेतिया – 7:30 पी एम
हाजीपुर -07:30 पी एम
सहरसा -7:24 पी एम
सुपौल – 7:23 पी एम
जहानाबाद – 7:32 पी एम
कटिहार -7:20 पी एम
मधुबनी -7:24 पी एम
अररिया- 7:19 पी एम
किशनगंज – 7:17 पी एम
औरंगाबाद – 7:36 पी एम
भभुआ -7:38 पी एम
चाईबासा- 07:35 पी एम
खूंटी- 07:35 पी एम
लातेहार- 07:36 पी एम
रांची- 07:35 पी एम
लोहरदगा- 07:38 पी एम
कोडरमा-07:38 पी एम
गोड्डा- 07:20 पी एम
दुमका- 07:25 पी एम
साहेबगंज- 07:21 पी एम
पाकुड़-07:21 पी एम
जामताड़ा- 07:28 पी एम
धनबाद-07:29 पी एम
देवघर- 07:26 पी एम
पूर्वी सिंहभूम- 07:32 पी एम
पश्चिमी सिंहभूम- 07:32 पी एम
हजारीबाग- 07:33 पी एम
गुमला- 07:39 पी एम
चतरा- 07:35 पी एम
गढ़वा- 07:39 पी एम
सिमडेगा-07:40 पी एम
सरायकेला खरसांवा- 07:34 पी एम
बोकारो- 07:31 पी एम
गिरिडीह-07:29 पी एम
रामगढ़- 07:34 पी एम
महाराष्ट्र-
मुंबई- 08:38 पी एम
नासिक- 08:32 पी एम
लातूर- 08:24 पी एम
नागपुर- 08:07 पी एम
पुणे- 08:35 पी एम
औरंगाबाद- 08:25 पी एम
अकोला- 08:17 पी एम
अहमदनगर- 08:30 पी एम
जलगांव- 08:22 पी एम
नांदेड़- 08:19 पी एम
राजस्थान-
अलवर- 8: 00 पी एम
झुंझुनूं- 8: 03 पी एम
सीकर- 8: 03 पी एम
उदयपुर- 8: 04 पी एम
जैसलमेर- 8: 25 पी एम
बीकानेर- 8:10 पी एम
जोधपुर- 8: 15 पी एम
उदयपुर- 8: 04 पी एम
जैसलमेर- 8:25 पी एम
जयपुर- 8: 05 पी एम
कोटा- 8: 06 पी एम
उत्तराखंड
हरिद्वार : 07: 46 पी एम
ऋषिकेश : 07: 45 पी एम
देहरादून : 07: 47 पी एम
हल्द्वानी : 07 : 44 पी एम
अल्मोड़ा : 07 : 42 पी एम
दिल्ली- एनसीआर
नोएडा- रात 7 बजकर 52 मिनट
गाजियाबाद- रात 7 बजकर 52 मिनट
फरीदाबाद- रात 8 बजकर 5 मिनट
गुरुग्राम- रात 7 बजकर 55 मिनट