अहोई अष्टमी के दिन अगर आप भी व्रत रखती हैं तो कुछ खास बातों को जान लेना जरूरी है। इस दिन कुछ ऐसी चीजें है जिन्हें करने से बचना चाहिए तो वहीं कुछ चीजें ऐसी भी हैं जिन्हें बहुत शुभ माना जाता है।
करवाचौथ पर पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखने के बाद आता है अहोई अष्टमी का त्यौहार। इस दिन महिलाएं अपने बच्चों के मंगल की कामना करते हुए सारा दिन निर्जला व्रत करती हैं। इस त्यौहार की मान्यता खासतौर से उत्तर प्रदेश और बिहार की महिलाओं के बीच ज्यादा है।धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन व्रत रखने से संतान को लंबी आयु प्राप्त होती है और उसके जीवन में सुख और समृद्धि आती है। हालांकि हर त्यौहार की तरह इसके भी कुछ नियम होते हैं। कुछ ऐसी चीजें होती हैं जिन्हें इस दिन करने से व्रत खंडित हो सकता है तो वहीं कुछ चीजें ऐसी होती हैं जिन्हें इस दिन करना शुभ माना जाता है। तो चलिए आज इसी बारे में विस्तार से जानते हैं।
अहोई अष्टमी पर शुभ होता है ये काम करना
अहोई अष्टमी के दिन भी महिलाएं सारा दिन निर्जला व्रत रखती हैं। इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा करना बहुत शुभ माना जाता है। इसके साथ ही गणेश जी और कार्तिकेय जी का पूजन भी अवश्य करें। कहते हैं कि इस दिन शिव परिवार का पूजन करने से घर में सुख-शांति बनी रहती है और परिवार के लोगों के बीच भी प्रेम बना रहता है।
इस दिन जब शाम के समय आप अहोई माता की पूजा करती हैं, उस वक्त अपने बच्चों को भी पूजा में जरूर शामिल करें। चूंकि ये त्यौहार आप अपने बच्चों की सुख शांति के लिए लिए ही कर रही हैं इसलिए उन्हें शामिल करने से अहोई माता की कृपा उनपर बनी रहती है।
अहोई के दिन दान पुण्य का काम करना भी बहुत शुभ माना जाता है। इस दिन आप गरीबों को गेहूं या कोई भी अनाज बांट सकती हैं। इसके अलावा उन्हें भोजन करना भी बहुत शुभ माना जाता है। आप पंडितों को भी भोज करा सकती हैं। इसके अलावा गौ माता को भी जरूर कुछ खिलाएं, तभी अहोई का व्रत पूरा माना जाता है।
अहोई के व्रत का पारण तारों को देखकर किया जाता है। ऐसे में तारे निकलने के बाद जल दे कर ही व्रत को खोलें। विधि विधान सहित अहोई माता की पूजा करें। इस दिन चांदी के गहने पहनना बहुत शुभ माना जाता है। खासतौर से स्यायु माता बनी हुई एक खास ज्वैलरी महिलाएं इस दिन धारण करती हैं। इसे पहने बिना व्रत को अधूरा माना जाता है।
भूलकर भी ना करें ये काम
अहोई का व्रत रख रही हैं तो कुछ बातों को जरूर ध्यान में रखें। ये छोटी छोटी गलतियां आपके व्रत को खंडित भी कर सकती हैं। सबसे पहले अहोई के दिन जल्दी उठें और नहा धोकर अच्छे से तैयार हों। इस दिन काला रंग पहनना अशुभ माना जाता है। इसके अलावा पूरे दिन मिट्टी से जुड़ा कोई भी काम जैसे खुदाई वगैरह बिल्कुल ना करें। किसी से भी लड़ाई झगड़ा करने से बचें। ऐसा करने से आपका व्रत खंडित हो सकता हैं। इसके अलावा जल देने के लिए पीतल या तांबे के कलश का ही इस्तेमाल करें। भूलकर भी स्टील का कलश या लौटा बिल्कुल भी इस्तेमाल ना करें। इसके अलावा व्रत खोलने के बाद सात्विक भोजन ही ग्रहण करें।
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