खगड़िया : बिहार में किसानों के लिए मखाना की खेती काफी फायदेमंद साबित हो सकती है. किसानों के लिए मखाना की खेती लाभकारी खेती हो इसके लिए उद्यान विभाग के द्वारा किसानों को अनुदान भी दिया जा रहा है. इन दिनों बाजार में मखाना की मांग बढ़ रही है, खासकर स्वास्थ्य के प्रति जागरूक लोगों के बीच. मखाना को एक सुपरफूड माना जाता है, जिससे इसकी कीमतें अच्छी रहती हैं, और किसान इसे बेचकर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. इसके लिए जरूरी है किसानों के मखाना उत्पादन पर प्र:संस्करण
पर बेहतर तरीके से ध्यान देना. किसान बेहतर तरीके से तभी ध्यान देंगे जब उन्हें पूरी जानकारी हो. तो लोकल 18 की आज की स्टोरी में हम प्र:संस्करण से जुड़ी जानकारी के लिए मिलने वाले अनुदान पर चर्चा करते हैं.
खगड़िया जिला के उद्यान सहायक यशवंत कुमार ने लोकल 18 बिहार से बताया जिले में 100 किसानों को अनुदान के तौर पर लाभ देने के लिए लक्ष्य निर्धारित किया गया है. यह लाभ मखाना खेती परंपरागत कीट अनुदान के तौर पर मिलेगा. विभाग की योजना के मुताबिक बिहार सरकार बाढ़ प्रभावित किसानों को राहत देने के लिए ‘मखाना विकास योजना’ चला रही है. इससे सात नदियों से घिरे खगड़िया जिले के किसान लाभान्वित होगें. इन्होंने आगे बताया मखाना खेती में परंपरागत तरीकों से निर्मित एवं प्रयुक्त उपकरण किट औंका/गांज, कारा, खेन्ची, चलनी, चटाई, अफरा, थापी की खरीद करने के लिए सहायतानुदान प्रति किट अनुमानित इकाई लागत 22100 रुपए का 75 प्रतिशत यानी 16575 रुपए की सब्सिडी प्रति किट ले सकेंगे.
पहले आओ पहले पाओ के आधार पर मिलेगा लाभ
खगड़िया जिला के सहायक निर्देशक डॉ. रजनी सिन्हा ने बताया किसानों को योजना का लाभ पहले आओ पहले पाओ के आधार पर मिलेगा. डॉ. स्वाति रंजन ने बताया मखाना में प्रोटीन, फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट और मिनरल्स प्रचुर मात्रा में होते हैं, देखा जाए तो 100 ग्राम मखाने में करीब 9.7 ग्राम प्रोटीन, 14.5 ग्राम फाइबर और प्रचुर मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है.
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FIRST PUBLISHED : October 31, 2024, 12:20 IST