औरंगाबाद : औरंगाबाद के किसान सब्ज़ी की खेती को अपने आय का साधन बनाने में जुटे हैं. कई हाइब्रिड किस्म की सब्जियों की खेती कर रहे है जिसमें कम समय में अधिक मुनाफा हो. औरंगाबाद के कुटुंबा प्रखंड के युवा किसान विवेक कुशवाहा पिछले 5 वर्षों से 2 बीघा में ओल की खेती कर रहे हैं और उससे सालाना के 4 लाख रुपए तक का मुनाफा कमा रहे हैं.
प्रति एकड़ 40 क्विंटल तक उत्पादन
किसान ने बताया कि ओल की खेती के लिए बलूई और दोमट की मिट्टी सही माना जाता हैं. ओल की फसल को सिंचाई की ज्यादा जरूरत होती है क्योंकि पौधों को पानी की उचित मात्रा मिलती रहने पर इसका फल अच्छे से तैयार होता है. वहीं सर्दियों के मौसम में इसके पौधे को पानी की सामान्य जरूरत होती है इसलिए सर्दियों के मौसम में पौधों को 15 से 20 दिन के अंतराल में पानी देना चाहिए. किसान ने बताया कि ओल की खेती में अच्छी उपज के लिए प्रति हैक्टेयर 12 टन गोबर खाद खेत में अंतिम जुताई करते समय डालना चाहिए.
6 से 8 महीने में तैयार हुई खेती
किसान ने बताया कि ओल की सब्ज़ी बाकी सब्जियों की तरह जल्द ख़राब नहीं होता हैं और इसका बाज़ार में भाव भी जल्दी नहीं गिरता हैं इसी वजह से इसकी खेती में किसानों को मुनाफा अधिक मिलता हैं. किसान ने बताया कि ओल की पैदावार जमीन के अंदर होता है इसके लिए किसान द्वारा ऑयल को ही बीज के तौर पर ही इस्तेमाल किया जाता हैं. वहीं इसकी खेती गर्मियों के मौसम में अप्रैल मई महीने की बीच शुरू की जाती हैं और 6 से 8 महीने में ये सब्जी तैयार हो जाता है.
ओल की फसल में लाखों का मुनाफा
किसान विवेक ने बताया कि ओल की सब्ज़ी में मौसम अनुकूल होने पर अच्छी पैदावार होती हैं ऐसे में प्रति एकड़ 30 से 40 क्विंटल तक ओल की पैदावार होती है. बता दें बाज़ार में 12 सौ रुपए क्विंटल तक ओल की बिक्री होती हैं. वहीं ओल की सब्जी के अलावा इसका आचार भी बनाया जाता है और कई लोग इसकी चटनी भी खाना पसंद करते हैं. इसके साथ साथ इससे कई प्रकार की औषधियां भी तैयार की जाती है.
FIRST PUBLISHED : November 11, 2024, 16:05 IST