दरभंगा:- बिहार के इतिहास में 13 नवंबर का दिन एक महत्वपूर्ण दिन होगा, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दरभंगा में एम्स निर्माण का शिलान्यास करेंगे. यह एम्स निर्माण दरभंगा के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम होगा. मिथिलांचल के विद्वान पंडितों के द्वारा दरभंगा एम्स का भूमि पूजन किया जाएगा. वहीं मिथिला की परंपरा के अनुसार, भूमि पूजन को पंडित संपन्न कराएंगे, जिसमें फूल, अक्षत, बेलपत्र, गंगाजल और नारियल का उपयोग होगा.
एम्स निर्माण की विशेषताएं
दरभंगा एम्स के लिए 188 एकड़ भूमि पर निर्माण कार्य किया जाएगा, जिसे 1261 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जाएगा. इसमें 750 बेड की क्षमता होगी, जिसका 36 महीनों में निर्माण पूरा होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन के लिए दरभंगा में तैयारियां जोरों पर हैं. सुरक्षा व्यवस्था के लिए विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं. प्रधानमंत्री के हेलीकॉप्टर के लिए लैंडिंग पॉइंट बनाया जा रहा है, जहां से वे भाषण स्थल के लिए रवाना होंगे.
दरभंगा में एम्स निर्माण से दरभंगा और आसपास के क्षेत्रों के लोगों को विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी. यह एम्स निर्माण दरभंगा के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम होगा. इससे न केवल स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे. इस पर विस्तृत जानकारी देते हुए दरभंगा सांसद डॉ. गोपाल जी ठाकुर लोकल 18 से बात करते हुए बताते हैं कि दरभंगा एम्स का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा किया ही जाएगा. इसके साथ ही यहां जो भूमि पूजन होगा, वह मिथिला के विद्वान पंडितों के द्वारा किया जाएगा और मिथिला की परंपरा अनुसार प्रधानमंत्री का स्वागत भी होगा.
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
यहां होने वाले इस कार्यक्रम को ऐतिहासिक बनाना है. भूमि पूजन में फूल, अक्षत, बेलपत्र, गंगाजल, नारियल, धोती-कुर्ता, चादर, पाग, इन तमाम चीजों का हम लोग प्रबंध कर रहे हैं और यहां ऐतिहासिक भूमि पूजन होगा. पूजन करने वाले पंडित मिथिला के होंगे और वह विद्वान पंडित होंगे. बताते चलें कि भूमि पूजन के लिए जो भी सामग्रियां लाई जाएगी, वह तमाम सामग्रियों को यहां के सुरक्षा के मद्दे नजर एसपीजी कमांडो और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के द्वारा पहले जांच की जाएगी, उसके बाद भूमि पूजन कार्य में उसका उपयोग किया जाएगा.
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इस कंपनी को मिला है एम्स निर्माण का जिम्मा
1261 करोड़ रुपए की लागत से 750 बेड वाले दरभंगा एम्स के लिए 188 एकड़ भूमि बिहार सरकार के द्वारा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को हस्तांतरित किया गया है, जिसे HSCC कंपनी को बनाने का जिम्मा सौंपा गया है और 36 महीने में इस प्रोजेक्ट को कंप्लीट करने की भी जिम्मेदारी इसी कंपनी को दी गई है, तो कह सकते हैं कि बहुत जल्द अब दरभंगा एम्स में सिर्फ दरभंगा ही नहीं, बल्कि उत्तर बिहार के साथ पड़ोसी देश नेपाल और पड़ोसी राज्य बंगाल के लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हो पाएगी.
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FIRST PUBLISHED : November 11, 2024, 20:29 IST