सावधान : बाबा और चेला के रूप में दो ठग घूम रहे है, अगर दिखे तो तुरंत हो जाएं सावधान, महिलाओं को बनाता है टारगेट, जी हैं बिल्कुल सही पढ़ा आपने एक 55 से 60 वर्ष का सामान्य कदकाठी का बाबा और 35 से 40 वर्ष का चेला खगड़िया जिला के सदर प्रखण्ड के बरैय, सकरपुरा, बेला सिमरी के आसपास घूम रहा है।
ठग का हथियार : (डर और महिलाएं ) पहले वह आपको या आपके परिवार के महिलाओं को घर के किसी सदस्य के जीवन पर समस्या का डर आपके दिमाग में भरकर डरायेगा, आपके परिवार में बीते किसी दुखद घटना की याद दिलाकर डराएगा, आपका डर उसका सबसे बड़ा हथियार है।
शिकार : घर की महिलाएँ उसका बसे बड़ा शिकार है, जब घर में कोई पुरुष नही रहता है तब चलाता है शब्दों का वाण और महिलाएं डरकर हो जाती है शिकार।
ठग का उद्देश्य : रुपये ठगना (5000 से 21000) ठग का उद्देश्य बस पैसे ठगना है। समस्याओं से निजात दिलाने के हेतु, वह हवन या संकल्प के नाम पर आपसे पहले 21000 की माँग करेगा फिर 15000, फिर 11000, फिर 5000, फिर आपसे 500 रुपये भी लेने को तैयार हो जाएगा, अगर वह भी नही हुआ तो घर का कोई सामान ही ले लेगा।
बचने के उपाय : ठग को घुसने न दें, उसके सभी बातों का विरोध करें, वह गया में एक यज्ञ के लिए चन्दा मांगने के बहाने आपके आंगन में घुसेगा अगर घर में कोई पुरुष नही हो तो, घर के महिलाओं को डराकर ठगेगा।
ठग के तौर तरीके : किसी भी गाँव में घुसने से पहले गाँव के 10 अच्छे भले परिवार का नाम, परिवार के सदस्यों का नाम, उसके घर में हुए दुखद घटनाओं का डिटेल, आमदनी, खर्च का पता लगा लेता है, और फिर उसी को अपना हथियार बनाकर उन दस परिवारों को ठगता है।
लेखन में त्रुटि हो सकती है, इसके लिए क्षमा करें
नोट : हमारे जान-पहचान के कुछ लोग ठगी का शिकार हो चुके हैं इसीलिए मजबूरन यह पोस्ट डालना पड़ रहा है।