पटना. अगर आपको बिहार में कहीं भी प्रकृति का अद्भुत नजारा देखना है तो एक बार रोहतास जिले के चेनारी खंड क्षेत्र में स्थित दुर्गावती आश्रम चले आइए। यहां का खूबसूरत नजारा आपका मन मोह लेगा. दुर्गावती मठ को करमचट बांध भी कहा जाता है। कैमूर की पहाड़ी के बीच स्थित सुंदर झील दूर-दूर से ज्वालामुखी को अपनी ओर खींचती है। इस झील में आप नाव विहार का भी आनंद ले सकते हैं।
अब केंद्र सरकार ने करमचट बांध के विकास के लिए 49.51 करोड़ रुपये की राशि जुटाई है। ताकि इको टूर पर्यटन और एडवेंचर हब के रूप में विकसित किया जा सके। बता दें, करमचट बांध का निर्माण दुर्गावती नदी के ऊपर हुआ है।
रोहतास और कैमूर के इलाके में स्थित असली कैमूर पहाड़ी से पानी को एक जगह एकत्र करके भेजा जाता है। करीब 35 साल के लंबे इंतजार के बाद इस बांध का निर्माण हो सका। लेकिन, इस बांध के बनने के बाद यहां का प्राकृतिक नजारा दिखता है। ऐसे में दूर-दूर से अब यात्रा यहां पहुंच रही है।
इको टूरिज्म एंड एडवेंचर हब
अब इसे 'इको टूर इजम एंड एडवेंचर हब' के रूप में विकसित किया जाएगा तो यहां का तेजी से विकास होगा। पार्क, रेस्टोरेंट हाउस, रेस्टोरेंट के अलावा कोचिंग के साधन विकसित किये जायेंगे। पर्यटन एवं वन विभाग के संयुक्त प्रयास से क्षेत्र में पर्यटन का विकास होगा। जिससे समृद्धि आएगी। पर्यटन क्षेत्र में काम करने वाले गोविंद नारायण सिंह कहते हैं कि रोहतास कैमूर का क्षेत्र काफी समृद्ध है। इसे इको टूर, पर्यटन और एडवेंचर हब के रूप में विकसित करने की आवश्यकता है।
50 करोड़ की लागत से होगा विकास
बता दें, करमचट बांध रोहतास और कैमूर जिले के बिजाला इलाके में स्थित है। पहले से ही ये ओबरा काफी खूबसूरत है. प्राकृतिक रूप से सुंदर पहाड़ों और झरनों से निकलने के कारण यहां प्राकृतिक रूप से काफी वृद्धि हुई है। यहां दूर-दूर से पैदल चलने वाली जगहें हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि इससे रोजगार सृजन होगा और लोगों की खेती बढ़ेगी।
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पहले प्रकाशित : 3 दिसंबर, 2024, 16:04 IST