व्युत्पत्ति: नेपाल के जनकपुर में एक ऐसी जगह है जहां मां जानकी का पूरा जीवन परिवार के साथ चलता है और विभिन्न महत्वपूर्ण घटनाओं के रूप में जीवंत घटनाएं होती हैं। यह स्थान, जानकी मंदिर के ठीक पीछे ऊपरी तल पर स्थित संग्रहालय, मां सीता के जीवन के महत्वपूर्ण मंदिरों को इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के माध्यम से चित्रित किया गया है।
कोलकाता के कलाकारों की अद्भुत रचना
जानकी मंदिर के पुजारी ने भारत के कोलकाता से विशेष कारीगरों को इन सामानों का निर्माण कराया। इन कलाकारों की खास बात यह है कि वे जीवित-फिरते दिखते हैं, मानो उनमें प्राण बाकी हों। इन कलाकृतियों में मां सीता के जीवन की यादें बेहद जीवंत रूप में दोहराई गई हैं।
माँ सीता के जीवन के अनमोल दर्शन,
इन संग्रहालयों को इलेक्ट्रॉनिक रसायन के माध्यम से चित्रित किया गया है, जो इस संग्रहालय के टुकड़े हैं।
1. हल स्टार्टअप सीता का प्राकट्य: राजा के जन्म भूमि से लेकर हाल ही में जन्मे मां सीता के चित्र दिखाई देते हैं।
2. मां के भगवान में सीता: मां सीता के जन्म के बाद वे अपनी मां के भगवान में लेटी हुई हैं और लोग बधाइयां गा रहे हैं।
3. राजा जनक के सिंहासन पर: माता सीता को उनके पिता राजा जनक के सिंहासन पर बैठा हुआ दिखाया गया है।
4. माता के साथ विश्राम: मां जानकी अपनी माता के साथ विश्राम करती दिखाई देती हैं।
जानकी मंदिर के पीछे यह अनोखा संग्रहालय स्थित है
यह संग्रहालय जानकी मंदिर के पीछे ऊपरी तल पर स्थित है। यहां मां सीता के जन्म से लेकर धनुर्धर यज्ञ तक की सभी महत्वपूर्ण घटनाओं के दर्शन वाली मूर्ति का चित्रण किया गया है।
टिकट और दर्शकों के लिए विशेष जानकारी
संग्रहालय में इन अद्भुत दृश्यों का आनंद लेने के लिए नेपाली को 15 टका और भारतीय नागरिकों को 10 रुपये की टिकट लेनी होती है।
जैनपुर तो इस संग्रहालय के दर्शन अवश्य करें
यदि आप सामान्यपुर जाएं तो इस ऐतिहासिक संग्रहालय के दर्शन अवश्य करें। यह स्थान न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है बल्कि मां जानकी के जीवन की अनमोल तस्वीरें अत्यंत सुंदरता से प्रस्तुत करता है।
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पहले प्रकाशित : 9 दिसंबर, 2024, 24:33 IST