शिक्षा व रोजगार : बिहार शिक्षा विभाग 2024 के शुरुआत में केके पाठक को लेकर काफी सुर्खियां में था, 2024 के अंतिम कुछ महीने में शिक्षक के वेतन संरचना, सक्षमता परीक्षा, शिक्षा विभाग के आदेश, शिक्षकों के स्थानन्तरण और एसीएस एस सिदार्थ के नए-नए आदेश को लेकर सुर्खियों में रहा, लेकिन आज जो खबर आप सुनेंगे तो दंग ही रह जायेंगे।
बिहार शिक्षा विभाग की एक चूक से बिहार में एक पुरुष शिक्षक गर्भवती हो गया, हद तो तब हो गई जब विभाग के द्वारा शिक्षक का मैटरनिटी लीव यानि मातृत्व अवकाश भी स्वीकृत कर दिया गया। मीडिया रिपोर्टों में किये गये दावों के अनुसार मामला सामने आने के बाद अब बिहार शिक्षा विभाग और उक्त शिक्षक की काफी किरकिरी हो रही है।
यह मामला हाजीपुर महुआ प्रखण्ड क्षेत्र अन्तर्गत उच्च विद्यालय हसनपुर ओसती का है, जहाँ पर पदस्थापित बीपीएससी से चयनित टीचर जितेंद्र कुमार सिंह को शिक्षा विभाग की तरफ से गर्भवती घोषित कर दिया गया है।
ई शिक्षा कोष पर दर्ज हुआ मातृत्व अवकाश
आपके जानकारी के लिए बतादें की, मैटरनिटी लीव सिर्फ और सिर्फ महिला शिक्षिकाओं को दिया जाता है, महिला शिक्षकों को यह छुट्टी तब मिलती है जब वह गर्भवती हों और बच्चे को जन्म देने वाली हों, इसको लेकर महिला शिक्षिकाओं को 180 दिन का मातृत्व अवकाश देय होता है, लेकिन सूबे के हाजीपुर में तो मामला ही उलटा हो गया है। यहाँ तो पुरुष टीचर को भी मैटरनिटी लीव दिया गया है।
शिक्षा विभाग के पोर्टल ई शिक्षा कोष पर जितेंद्र कुमार सिंह को मैटरनिटी लीव दिया गया है, शिक्षा विभाग की नजरों में और ऑफिशल वेबसाइट के अनुसार, शिक्षक जितेंद्र कुमार सिंह प्रेग्नेंट हैं और छुट्टी पर हैं।
शिक्षा विभाग ने मानी गलती
हालांकि इस मामले को लेकर प्रखण्ड शिक्षा अधिकारी अर्चना कुमारी ने विभाग की गलती कबूल करते हुए यह कहा है कि ई शिक्षा कोष पोर्टल में तकनीकी खराबी आने से इस तरह की समस्या उत्पन्न हुई है। पुरुष टीचर को पितृत्व अवकाश दिया जाता है, जबकि मातृत्व अवकाश महिला शिक्षिकाओं के लिए देय है, पोर्टल पर जल्द ही इस गलती को ठीक कर दिया जाएगा,
ई शिक्षा कोष वेबसाइट में आई तकनीकी खराबी से जिस तरीके से एक शिक्षक को महिलाओं को मिलने वाली यानी मातृत्व अवकाश की छुट्टी दी गई है, इससे एक तरफ जहाँ जिले के पुरुष शिक्षकों में काफी आक्रोश व्याप्त है वहीं शिक्षा विभाग से बाहर के लोगों को मजाक उड़ाने का एक अनोखा मुद्दा भी मिल गया है।
ई शिक्षा कोष पोर्टल पर आती रहती है तकनीकी खराबी
ई शिक्षा कोष में इस तकनीकी त्रुटि के अलावा भी बहुत सारी समस्याएं आये दिन देखने को मिलता रहा है, कभी सर्वर डाउन तो कभी शिक्षकों के अटेंडेन्स में गड़बड़ी तो कभी लोकेसन की समस्या, कभी शिक्षक इस पोर्टल या एप्प के लूप होल का फायदा उठाकर घर से अटेंडेन्स बना लेते हैं तो कभी मोबाइल को फ़्लाइट मोड़ में डालकर अटेंडेन्स बना लेते हैं। हालांकि इसमें अब बहुत सुधार किया गया है, लेकिन आगे से शिक्षा विभाग को इस तरह की तकनीकी खराबी के लिए सचेत रहना होगा।