शिक्षा व रोजगार : बिहार के सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों के लिए ऑनलाइन हाजरी इ-शिक्षा कोष एप्लिकेशन के माध्यम से बनाने का नियम अक्टूबर 2024 से विधिवत लागू और अनिवार्य कर दिया गया था, उससे पहले इस एप्लिकेशन का तीन महीने तक ट्रायल चला था, उस दौरान एप्लिकेशन में होने वाली खामियों में सुधार कर विभाग ने अपने आपको आस्वस्त कर दावा किया था कि अब इस एप्लिकेशन में कोई खामी या लूप होल नही बचा है, लेकिन सरकार का यह दावा एकबार फिर गलत साबित हो गया, कल और आज शिक्षकों को अटेंडेन्स करने में बड़ी मुश्किल का सामना करना पड़ा, लाखो शिक्षकों की हाजरी नही बन सकी।
25 दिसम्बर के अपडेट के बाद आई समस्या
दिनाँक 25 दिसम्बर को दोपहर के बाद इ-शिक्षाकोष का अपडेट आया, कुछ शिक्षकों ने सिर्फ इस डर से अपडेट नही किया कि सुबह तो हाजरी बन गई है, कहीं अपडेट होने के बाद एप्लिकेशन शिक्षक डेशबोर्ड से हमें लॉग आउट न करदे, क्योंकि कुछ महीने पहले के, एक अपडेट के बाद लॉग आउट होने के बाद, फिर से स्कूल इन करना पड़ता था चाहे समय कितना भी बज रहा हो, हालांकि अधिकतर शिक्षकों ने अपडेट किया और डेशबोर्ड से तो उन्हें, लॉग आउट कर दिया गया पर गनीमत यह रही की उन्हें फिर से स्कूल इन नही करना पड़ा, लेकिन कुछ शिक्षक एप्लिकेशन के शिक्षक डेशबोर्ड में लॉग इन ही नही हो पाए, नतीजतन स्कूल आउट करने में प्रॉब्लम आई, कुछ शिक्षक स्कूल लॉगिन आईडी से अपना स्कूल आउट किये, कुछ ने अपने सहकर्मी की आईडी से ही अपना भी फोटो अपडेट किया, कुछ ने लोकेसन कैमरा से सेल्फी लेकर सबूत के तौर पर फोटो सुरक्षित रख लिया। ये तो कल यानी 25 दिसम्बर 2024 की समस्या थी।
1 लाख 70 हजार शिक्षकों की नही बन पाई हाजरी
आज 26 दिसम्बर 2024 को जब शिक्षक स्कूल पहुँचे तो, इ-शिक्षाकोष का सर्वर ही डाउन हो गया, जो लॉगिन नही कर पाए थे उनका तो लॉगिन होने से रहा, जिनका शिक्षक डेशबोर्ड में लॉगिन था उनका भी सेल्फ अटेंडेन्स नही हो सका, कितने का पासवर्ड भी गलत बताया, कई अन्य एरर आया, कुछ ने पासवर्ड तक रिसेट कर दिया लेकिन अंततः उनकी हाजरी नही लग पाई, मिली जानकारी के अनुसार 75 हजार 692 विद्यालयों के कुल 5 लाख 45 हजार 224 शिक्षकों में से मात्र 3 लाख 1 हजार 197 शिक्षकों का ही सेल्फ अटेंडेन्स हो सका, 52 हजार शिक्षक अवकाश पर थे और बाँकी बचे 1 लाख 70 हजार 646 शिक्षकों की हाजरी नही बन सकी।
शिक्षक बन रहे हैं विभाग की चुनौती
शिक्षकों के द्वारा सरकार को बहुत बड़ी चुनौती मिल रही है, दरअसल शिक्षक जिस तरह से इ-शिक्षाकोष में लूप होल ढूंढ लेते हैं, विभाग को उसे ठीक करने के बाद एप्पलीकेशन को अपडेट करना पड़ता है और इसी दौरान एप्पलीकेशन में कुछ समस्या आ जाती है। सरकार दावे तो कर रही है की इ-शिक्षाकोष में अब कोई लूप होल नही है, पर देखना होगा कि आगे सब ठीक रहता है या नही, शिक्षकों को भी चाहिए की अपनी जिम्मेदारियों का निष्ठापूर्वक निर्वहन करे, क्योंकि, अगर आप किसी के बच्चे को ठगेंगे तो आपके बच्चे को भी कोई और ठगेगा।