शिक्षा व रोजगार : बिहार लोक सेवा आयोग की ओर ली गई शिक्षक भर्ती परीक्षा में एक अभ्यर्थी एक रिजल्ट की मांग को लेकर शिक्षक अभ्यर्थी सड़क पर उतर चुके है। बीपीएससी कार्यालय के पास शिक्षक अभ्यर्थी आगे बढ़ ही रहे थे कि पटना पुलिस ने उन्हें रोक लिया। पटना पुलिस ने पहले बीपीएससी अभ्यर्थियों को समझाने की कोशिश की। लेकिन, सभी अभ्यर्थी अपनी मांग पर अड़े रहे और हाथों में तिरंगा लेकर प्रदर्शन करते रहे। इसी बीच अचानक पटना पुलिस ने अभ्यर्थियों पर लाठी चार्ज कर दिया। छात्र नेता दिलीप कुमार के साथ पुलिस की नोंकझोंक हुई। पुलिसकर्मी प्रदर्शन करने से रोक रहे थे। पुलिसकर्मियों के धक्का से दिलीप कुमार सड़क पर गिरकर चोटिल हो गए।
अभ्यर्थियों को पुलिस ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा
इधर, अभ्यर्थियों के प्रदर्शन को रोकने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। बेली रोड पर अभ्यर्थियों को पुलिस ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। हाथ में तिरंगा लिए अभ्यर्थी लगातार एक एक अभ्यर्थी एक रिजल्ट की मांग कर रहे थे। छात्र नेता दिलीप कुमार ने कहा कि राज्य सरकार हमारी आवाज को दबा नहीं सकती है। हमलोग बीपीएससी टीआरई में ‘एक अभ्यर्थी एक रिजल्ट’ फॉर्मूला लागू करने की मांग कर रहे हैं। इसमें गलत ही क्या है। बीपीएससी हमारी मांग पर ध्यान दे। वहीं बीपीएससी का कहना है कि हमलोगों एक अभ्यर्थियों को दो सीटों पर रिजल्ट देंगे। उच्च माध्यमिक और माध्यमिक में दोनों में। रिजल्ट देने के बाद अभ्यर्थी यह निर्णय लेंगे कि वह किस में जाना चाहते हैं।
रिहा करने को लेकर अभ्यर्थी सड़क पर बैठ गए
इधर, पुलिस छात्र नेता दिलीप कुमार को थाने ले गई है। दिलीप कुमार को रिहा करने को लेकर अभ्यर्थी सड़क पर बैठ गए और नारेबाजी करने लगे। शिक्षक अभ्यर्थी एक बार फिर से ऑफिस की ओर बढ़ने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक लिया। पुलिस ने बल प्रयोग भी किया। शिक्षक अभ्यर्थियों का कहना है कि हमलोग शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन पटना पुलिस ने हमलोगों की आवाज दबाने की कोशिश की। हमलोगों को बेरहमी से पीटा गया।