खेल और खिलाड़ी : एशियन चैंपियंस ट्रॉफी 2024 का फाइनल मुकाबला मेजबान चीन और भारत के बीच खेला गया। भारतीय टीम छठी बार फाइनल खेलने उतरी थी, जबकि चीन का ये पहला फाइनल था। चीन की टीम पहली बार में ही खिताब जीतने के प्रयास से उतरी थी और टीम इंडिया को कड़ी टक्कर दी थी। हालांकि, हरमनप्रीत सिंह की कप्तानी वाली भारतीय हॉकी टीम ने चीन को उसी के घर में 1-0 से हराकर पांचवीं बार इस ट्रॉफी पर कब्जा किया और गोल्ड मेडल अपने नाम किया। भारत की ओर से एकमात्र गोल जुगराज सिंह ने किया और उन्होंने नई रणनीति अपनाई।
चीन के हुलुनबीर के मोकी ट्रेनिंग बेस पर एशियन चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल खेला गया। इस मुकाबले के तीन क्वॉर्टर तक एक भी गोल नहीं हुआ। मैच के 51वें मिनट में एकमात्र गोल हुआ, जो भारतीय खिलाड़ी जुगराज ने किया। कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने शानदार स्टिक वर्क किया और दाईं ओर से चीन के डिफेंस को भेद दिया। इसके लिए हरमनप्रीत जाने नहीं जाते। ऐसा ही कुछ जुगराज के लिए भी कहा जाता है, क्योंकि ये डिफेंस में अच्छा काम करते हैं, लेकिन कप्तान हरमन ने जुगराज को गेंद पास की और उन्होंने दाईं ओर गेंद को नेट्स में भेजा और 1-0 की बढ़त दिलाई।
भारत ने आखिरी के कुछ मिनट डिफेंस किया और चीन ने अटैक करने के लिए आखिरी के करीब पांच मिनट अपने गोलकीपर को हटाकर एक अतिरिक्त खिलाड़ी को मैदान पर उतारा, लेकिन इसका फायदा नहीं हुआ। चीन की टीम चाहती थी कि कम से कम मुकाबला बराबरी पर खत्म हो जाए, ताकि मैच शूटआउट में पहुंचे। हालांकि, भारतीय खिलाड़ी इसके लिए कमर कसकर बैठे थे और उन्होंने कोई गलती नहीं की। इस मैच में भारत को 4 और चीन को 5 पीसी मिले, लेकिन एक भी पीसी कोई टीम गोल में नहीं बदल सकी। भारत के दो गोल होते-होते बचे, क्योंकि एक गोल तो गोलपोस्ट के पोल पर जाकर लगा था।
भारत को पांचवां खिताब
भारतीय टीम इस टूर्नामेंट में एकछत्र राज किए हुए है। भारत ने एशियन चैंपियंस ट्रॉफी का टाइटल इससे पहले 2011, 2016, 2018 और 2021 में जीता है। अब टीम 2024 में इस टूर्नामेंट को जीतने में सफल हुई है। हालांकि, 2016 का टूर्नामेंट भारत ने पाकिस्तान के साथ संयुक्त रूप से जीता है। इस टूर्नामेंट में दूसरी सबसे सफल टीम पाकिस्तान की है, जो तीन बार खिताब जीतने में सफल हुई है। इस बार पाकिस्तान की टीम कांस्य पदक जीतने में सफल हुई है। चीन की टीम पहली बार फाइनल में पहुंची और सिल्वर मेडल के साथ संतोष करना पड़ा।