- छपरा में बाढ़ से मची तबाही का असर यातायात पर. उत्तर प्रदेश की ओर जयप्रभा सेतु का एप्रोच रोड कटा. उत्तर प्रदेश का बिहार के सारण से सीधा संपर्क भंग।
छपरा : गंगा में आए उफान के बाद सरयू ने इस बार सारण जिले में जबरदस्त तबाही मचाई है. एक तरफ जहां शहरी इलाके तक बाढ़ का पानी पहुंच गया है, वहीं दूसरी तरफ सारण के मांझी की सीमा से सटे यूपी के चांद दियारा पुलिस चेकपोस्ट के पास मांझी-बैरिया रोड एनएच 31 की मुख्य सड़क ध्वस्त हो गयी है. इस कारण सारण का यूपी से सड़क सम्पर्क भंग हो गया है. बिहार से यूपी जाने वाले कई वाहन और सैकड़ों लोग इस तरफ और उस तरफ फंसे हुए हैं. यूपी के चांद दियारा के लोग घरों से निकल कर मुख्य सड़क व रेलवे लाइन पर शरण लिए हैं.
इधर, रिविलगंज के दियारा इलाके में बाढ़ से लोग हलकान हैं. सैकड़ों लोगों के घरों में पानी घुस गया है, जिसके कारण लोग घरों से निकलकर ऊंचे स्थानों पर शरण लिए हुए हैं. जलस्तर बढ़ने के बाद छपरा शहर में भी पानी प्रवेश कर गया है. सरकारी बाजार कोर्ट कैंपस और अन्य महत्वपूर्ण स्थान पर बाढ़ का पानी पहुंच गया है, जिसके कारण लोगों को अवागम की दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है.
सदर प्रखंड सोनपुर प्रखंड और रिवील गंज प्रखंड से जुड़े कई गांव भयंकर बाढ़ की तबाही झेल रहे हैं. वीर कुंवर सिंह सेतु से भिखारी ठाकुर के गांव कुतुबपुर दिया जाने वाला रास्ता पूरी तरह से पानी में डूब गया है जिसके कारण यह गांव टापू बन गया है. इतने कम समय में जलस्तर में वृद्धि हुई कि लोगों को संभलने का भी मौका नहीं मिला.
कुतुबपुर देहरा के वार्ड सदस्य और भिखारी ठाकुर के पौत्र वेद प्रकाश ठाकुर ने बताया कि इलाके में कई लोग फंसे हुए हैं और ऊंचे स्थानों पर शरण लिए हुए हैं. कुतुबपुर दियारा से छपरा आने जाने का रास्ता बंद हो गया है. लोकनायक जयप्रकाश नारायण के गांव सिताब दियारा में भी बाढ़ का पानी प्रवेश कर चुका है और वहां जेपी ट्रस्ट भी पूरी तरह से जलमग्न हो गया है.