राष्ट्रीय : लोकसभा में विपक्ष के नेता और उत्तर प्रदेश (यूपी) के रायबरेली से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी चाहते थे कि हरियाणा में इस बार का विधानसभा चुनाव कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) मिलकर लड़ें. हालांकि, उनकी यह चाहता सपना ही रह गई. अरविंद केजरीवाल की आप के साथ कांग्रेस के गठबंधन न हो पाने के पीछे जो अहम कारण रहे, उनमें से एक साक्षात पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी रहे.
सियासी गलियारों में इस बात की खूब चर्चा रही कि वही विलेन बने और उन्हीं के चलते प्रदेश में कांग्रेस और आप साथ नहीं आ सकीं. गुरुवार (19 सितंबर, 2024) को जब इस बारे में भूपेंद्र सिंह हुड्डा से पूछा गया तो उन्होंने इस सवाल का बेबाकी से जवाब दिया. हिंदी अखबार ‘दैनिक भास्कर’ को दिए इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि वे लोग तो अलायंस के लिए तैयार थे मगर आप ही शर्तों पर अड़ी थी.
“AAP से कहलवा दीजिए…”, बोले हरियाणा के पूर्व CM
यह पूछे जाने पर कि क्या आपकी वजह से हरियाणा में अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं हो पाया? पूर्व सीएम ने इसका दो टूक जवाब दिया, “यह किसने आरोप लगा दिया कि हमने नहीं गठजोड़ होने दिया? आप से यह बात कहलवा दीजिए. हमारा राज्य स्तर के बजाय नेशनल लेवल पर गठबंधन है.”
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा- AAP की मनमर्जी कैसे चलेगी?
77 साल के भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने पिछले चुनाव का जिक्र करते हुए आगे कहा, “आम आदमी पार्टी साल 2019 में भी चुनावी मैदान में थी मगर उसकी एक भी जमानत नहीं बची थी. हम तो गठबंधन करने के लिए राजी थे पर उनकी मांगें थीं. यही वजह रही कि अलायंस नहीं हो पाया. उनकी मनमर्जी कैसे चलेगी?”