पूर्णिया : जिले के चर्चित उद्यमी गोपाल यदुका हत्याकांड की गुत्थी पुलिस ने सुलझाई है। पुलिस ने शूटर और लाइनर को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ के दौरान इन लोगों ने रुपौली से पांच बार के विधायक और कांग्रेस चुनाव में विपक्ष की नेता भारती के पुत्र राजा पर हत्या की सुपारी देने का आरोप लगाया। पुलिस की पूछताछ में दोनों ने बताया कि यह डील पांच लाख में तय हुई थी। चार शैतानों को एक साथ मिलकर स्थापित किया गया था। हत्या से पहले एक लाख 31 हजार रुपए तीन बार इनके खाते में भेजे जा चुके थे। हत्या के बाद राजा ने सभी को मटन की पार्टी भी दी थी। इधर, पुलिस की दबिश बढ़ने के बाद राजा पूरीया फरार हो गया।
शूटर नहीं मिल रहा था, राजा ने उपलब्ध कराया
पुलिस के अनुसार, उद्यमी गोपाल यादव के मर्डर में आरोपी की पहचान बीकोठी थाना क्षेत्र के भटसारा गांव निवासी ब्रजेश यादव और भवानीपुर के विकास यादव, संजय यादव और विशाल राय के रूप में हुई है। राजा, संजय और ब्रजेश रिश्ते में दोस्त हैं। तीनों की एक दूसरे से जान पहचान थी। भवानीपुर के थाना प्रभारी सुनील कुमार ने बताया कि उद्यमी गोपाल यादुका के समर्थकों ने घटना के बाद जमीनी विवाद का जिक्र किया था। इसके बाद पुलिस ने इस एंगल पर काम करना शुरू कर दिया। जमीन विवाद तह तक गया। पुलिस ने संजय नाम के ग्राउंड ब्रोकर की भूमिका पर संदेह जताया है। ब्रोकर के साथ रहने वाले लोगों की जानकारी जुटाई गई। इसके बाद पुलिस बी. कोठी थाना क्षेत्र के भटसारा गांव में रहने वाले ब्रजेश कुमार तक पहुंचे। जब पुलिस ने ब्रजेश से पूछताछ शुरू की, तो ब्रजेश ने ये बताया कि ब्रोकर संजय किसी की हत्या के लिए भाड़े का शूटर खोज रहा था। लेकिन, काफी ढूंढने पर भी शूटर नहीं मिल सका। इसके बाद संजय ने बीमा भारती के पुत्र राजा को अपनी परेशानी बताई। फिर राजा ने शूटर को उपलब्ध कराया।
दो जून को चार अपराधियों ने मिलकर यह अपराध किया
भवानीपुर के विशाल राय को गोपाल यदुका की हत्या की सुपारी दी गई। हत्या करने की डील पांच लाख रुपए में फिक्स हुई थी। शूटर विशाल ने हत्याकांड को अंजाम तक पहुंचाने के लिए विकास यादव को शामिल किया। इसके बाद दो जून को चार अपराधियों ने मिलकर उसे मार डाला। हत्या के बाद सभी कदवा वासा में जमा हुए। जहां पहले से ही बीमा भारती का पुत्र राजा समेत बाकी सभी सहयोगियों का इंतजार कर रहे थे। राजा ने सभी को मटन पार्टी दी। इसके बाद राजा ने विकास यादव को 50 हजार रुपए, ब्रजेश यादव को 4800 रुपए दिए। वहीं मर्दर से पहले ब्रजेश यादव को अग्रिम राशि के तौर पर 76 हजार रुपये भेजे गए थे। वहीं, प्रभात ब्रजेश यादव और विकास यादव की गिरफ्तारी की भनक लगते ही बीमा भारती का पुत्र राजा पूर्णिया छोड़कर भाग निकला। गिरफ्तारी के लिए पुलिस की रेड जारी है। वहीं संजय ब्रोकर को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।