सरफराज खान और ऋषभ पंत की शतकीय पारी की बदौलत भारत ने शनिवार को न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरी पारी में 462 रन बनाए। न्यूजीलैंड को जीत के लिए मैच के पांचवें दिन 107 रन बनाने हैं। हालांकि भारत के खिलाफ कीवी टीम के लिए ये लक्ष्य हासिल करना आसान नहीं होने वाला है। मैच के चौथे दिन सरफराज और ऋषभ पंत की जोड़ी ने फैंस का दिल जीता। हालांकि उनकी इस साझेदारी के दौरान एक बार ऐसा मौका आया था, जब सरफराज की गलती की वजह से पंत रन आउट होने के काफी करीब पहुंच गए थे। दिन का खेल खत्म होने के बाद सरफराज ने बताया कि दूसरा रन लेने के लिए उन्होंने ही कॉल किया था लेकिन जब उन्हें याद आया कि पंत चोटिल हैं तो उन्होंने अपना मन बदल दिया था।
सरफराज खान ने चौथे दिन का खेल खत्म होने के बाद कहा, ”ऋषभ पंत एक दिन पहले चोटिल हुआ था। उसे चोट लगी थी तो हमने ड्रेसिंग रूम में बातचीत की हम उसके साथ बल्लेबाजी करने के दौरान थोड़ा ध्यान रखेंगे। लेकिन जब मैंने गेंद को कट किया, उस समय मैं 100 के करीब था इसलिए मैंने उसे दूसरे रन के लिए बुलाया। पहला रन लेने के बाद मुझे ध्यान आया कि उसके घुटने में दर्द है और वह दूसरे के लिए वापस आएगा। इसलिए मैं चिल्लाया और अपने हाथ खड़े किए। मैं तुरंत ना ना बोला लेकिन वो मेरी तरफ नहीं देख रहे थे लेकिन भगवान की कृपा है कि वह सुरक्षित हैं।
भारतीय पारी के 56वें ओवर में सरफराज ने मैट हेनरी की गेंद को डीप बैकवर्ड पॉइंट पर खेला। दोनों बल्लेबाजों ने पहला रन तेजी से लिया। हालांकि पंत सरफराज की ओर ना देखकर गेंद की तरफ देख रहे थे और दूसरे रन के लिए भी निकल पड़े। लेकिन सरफराज लगातार उन्हें मना कर रहे थे। पंत का ध्यान अपनी ओर लाने के लिए सरफराज बीच क्रीज में कूदने और रुको-रुको चिल्लाने लगे। पंत लकी रहे क्योंकि गेंद विकेटकीपर टॉम ब्लंडल के हाथ में सीधे नहीं आई और उन्हें गेंद को पकड़ने के लिए अपनी जगह छोड़कर थोड़ा दूर जाना पड़ा। इससे पंत को लौटने का समय मिल गया।